मीरगंज गोली कांड : लाइनर सहित तीन गिरफ्तार, मास्टरमाइंड की तलाश

मीरगंज गोली कांड : लाइनर सहित तीन गिरफ्तार, मास्टरमाइंड की तलाश
फोटो :: पुलिस गिरफ्त में तीनों अपराधी

- टाउन व चांदी थाना क्षेत्र से पकड़े गए तीनों अपराधी, घटना में इस्तेमाल बाइक जब्त 

- एकहिस्ट्रीशीटर के इशारे पर गोलीकांड को दिया गया था अंजाम, 20000 की दी गई थी सुपारी

केटी न्यूज/आरा

जिलामुख्यालय स्थित मीरगंज गोलीकांड का राज खुल गया है। इस गोलीकांड को शहर के एक पुराने हिस्ट्रीशीटर के इशारे पर  अंजाम दिया गया था। जिसमें एक शख्स को मारने और शहर में दहशत फैलाने की नीयत से गोलियां चलाई गई थी। जिसके लिए 20 हजार की सुपारी देकर चांदी इलाके से शूटरों को बुलाया गया था। दोनों गोलीबाजों और लाइनर की गिरफ्तारी के बाद कांड का खुलासा हुआ है। गिरफ्तार बदमाशों में चांदी थाना क्षेत्र के खनगांव निवासी हिमालय सिंह के पुत्र पुष्कर सिंह, उसी थाने के नरही गांव निवासी विंदेश्वरी राय के पुत्र अंकित कुमार और आरा के सपना सिनेमा मोड़ निवासी हरेंद्र सिंह का पुत्र शक्ति कुमार हैं। इनमें शक्ति कुमार लाइनर बताया जा रहा है। अपराधियों के पास से घटना में इस्तेमाल बाइक और तीन मोबाइल बरामद किया गया है। एसपी संजय कुमार सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान यह जानकारी दी। एसपी ने बताया कि घटना के बाद बदमाशों की पहचान और धरपकड़ को ले एएसपी हिमांशु के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई थी‌। टीम द्वारा सीसीटीवी फुटेज, तकनीकी जांच और लोकल इनपुट के आधार पर अपराधियों की पहचान की गई। जिसके बाद उनको गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं तीनों से पूछताछ में पूरी घटना का खुलासा हुआ। गोलीकांड की साजिश रचने वाले अपराधी की पहचान कर ली गई है। जिसको पकड़ने के लिए छापेमारी जा रही है। टीम में डीआईयू इंचार्ज शंभू भगत, नगर थाना इंचार्ज अनिल कुमार सिंह, दारोगा अविनाश कुमार, डीआईयू के दारोगा अवधेश कुमार, संजय कुमार सिन्हा, और कुमार रजनीकांत शामिल थे। 

लाइनर की चूक के कारण नहीं हो सकी थी पहचान 

शुटरों ने पहले उस शक्स की तलाश की जिसे मारना था। लेकिन, वो नहीं मिला। जिसके बाद बदमाश दहशत फैलाने के लिए फायरिंग करते भाग निकले थे। एसपी ने बताया कि पुराने अपराधी द्वारा एक व्यक्ति को टारगेट किया गया था। उसके लिए चांदी थाना क्षेत्र से पैसे लेकर शूटर बुलाये गए थे। शूटरों को फिलहाल 20 हजार रुपये दिए जाने की बात सामने आयी है। इस काम के लिए लाइनर की भी मदद ली जा रही थी। लाइनर लगातार उस व्यक्ति के संपर्क में था, लेकिन घटना के दिन और वह लाइनर के संपर्क में नहीं आ सका। जिसके कारण उसकी सही से पहचान नहीं हो सकी। ऐसे में बदमाशों द्वारा दहशत पैदा करने लिए रो राउंड फायरिंग की गई। इधर, सूत्रों का कहना है कि उस शख्स को घटना की भनक लग गई थी। जिसके कारण वह उस दिन मीरगंज इलाके में नहीं गया और उसकी जान बच गई।

बेगूसराय की तर्ज पर की गई थी फायरिंग 

उल्लेखनीय है कि 25 सितंबर की सुबह करीब आठ बजे शहर के मीरगंज मोहल्ले में बेगूसराय गोलीकांड की तर्ज पर फायरिंग की गयी थी। तब बाइक सवार दो अपराधियों द्वारा महज 50 मीटर की दूरी में ताबड़तोड़ फायरिंग की गयी थी। लोगों के अनुसार तीन राउंड फायरिंग की गयी थी। जबकि पुलिस द्वारा दो राउंड की बात कही जा रही है। हालांकि फायरिंग में किसी को गोली नहीं लगी थी। घटना का वीडियो भी सामने आया था।