एक पखवाड़े में भी नहीं गिरफ्त मे आए पुलिस टीम पर हमला करने वाले
- 24 घंटे के अंदर सिमरी व सोनवर्षा ओपी पुलिस पर हुआ था हमला
- वरीय पदाधिकारियों की उदासीनता से छुट्टा घुम रहे है आरोपी
केटी न्यूज/डुमरांव
डुमरांव अनुमंडल के पुलिस प्रशासन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। पुलिस के आपसी तालमेल के अभाव से न सिर्फ अपराधी व लूटेरों की पौ बारह है बल्कि शराब तस्कर भी अब पुलिस को आंख दिखाने लगे है। एक तरफ शराब तस्कर छापेमारी करने गई पुलिस टीम पर हमला कर रहे है तो दूसरी तरफ पुलिस उन्हें एक पखवाड़े में भी गिरफ्तार नहीं कर पा रही है।
जो पुलिस की लाचारी को बयां कर रही है। बता दें कि 2 अगस्त की देर रात सिमरी पुलिस पर बलिहार गांव में शराब तस्करों के परिजनों ने हमला किया था जबकि 3 अगस्त की देर शाम मौडीहा दलित बस्ती में शराब होने की गुप्त सूचना पर गई सोनवर्षा ओपी पुलिस टीम बस्तीवालों ने हमला कर दिया था। इस हमले में ओपी प्रभारी गंभीर रूप से जख्मी हुए थे। उनका एक हाथ भी टूट गया था। जबकि पुलिस के एक अन्य जवान भी जख्मी हुआ था। दोनों घटनाएं 24 घंटे के अंदर हुई थी।
लेकिन वरीय पदाधिकारियों ने पुलिस टीम पर हमला करने वालों की गिरफ्तारी के लिए कोई ठोस रणनीति नहीं बना पाई। जिसका परिणाम है कि एक पखवाड़े बाद भी दोनों घटनाओं के हमलावर पुलिस की पकड़ से दूर है। इन घटनाओं के बाद एक तरफ जहां अनुमंडल पुलिस का मनोबल गिरा हुआ है वही दूसरी तरफ शराब तस्कर बेखौफ हो रहे है।
जानकारों की मानें तो इसके पहले कभी ऐसी नौबत नहीं आई थी कि पुलिस टीम पर हमला करने वाले एक पखवाड़े बाद भी गिरफ्त से बाहर हो। बता दें कि ऐसी घटनाओं के बाद पुलिस की तत्काल व उग्र प्रतिक्रिया लोगों को झेलनी पड़ती थी। लेकिन इस बार ऐसा नहीं हो सका है। कारण चाहे जो भी हो, लेकिन पुलिस टीम पर हमला करने वालों को गिरफ्तार करने में पुलिस की शिथिलता बिना कहे ही सबकुछ बयां कर रही है।