साजिश के तहत आजाद पासवान पर हमले में घसीटा जा रहा है मेरे परिवार का नाम - रामजी तिवारी
तीन दिन पूर्व कुख्यात नक्सली सरगना आजाद पासवान पर आथर गांव से पश्चिम नहर मार्ग पर जानेलवा हमला के बाद आरोपित किए गए बेलहरी पंचायत के पूर्व मुखिया रामजी तिवारी के परिजनों के बाद अब पूर्व मुखिया ने मीडिया के माध्यम से अपने तथा परिवार के जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है।
- बेलहरी पंचायत के पूर्व मुखिया ने मांगी सुरक्षा, बोले मुझे कानून पर भरोसा
केटी न्यूज/बक्सर
तीन दिन पूर्व कुख्यात नक्सली सरगना आजाद पासवान पर आथर गांव से पश्चिम नहर मार्ग पर जानेलवा हमला के बाद आरोपित किए गए बेलहरी पंचायत के पूर्व मुखिया रामजी तिवारी के परिजनों के बाद अब पूर्व मुखिया ने मीडिया के माध्यम से अपने तथा परिवार के जान माल की सुरक्षा की गुहार लगाई है।
उन्होंने केशव टाइम्स से बातचीत के दौरान कहा कि 12 जून 2006 को जिला परिषद चुनाव जीत वापस गांव आने के दौरान उनके भाई लक्ष्मण तिवारी नृशंस हत्या हुई थी। इस घटना में मैं बाल बाल बचा था। घटना के 18 साल बीत गए, इस दौरान कई बार आजाद पासवान से सामना हुआ। लेकिन हमलोगों के मन में किसी तरह की प्रतिशोध की भावना नहीं थीं। पूर्व मुखिया ने कहा कि उन्हें कानून पर भरोसा है
तथा आजाद पर जानलेवा हमले की जांच में यह साफ हो जाएगा कि इस हमले में हमारे परिवार का हाथ नहीं है। उन्होंने कहा कि घटना के बाद से ही आजाद के समर्थक कई तरह की बातें कर रहे है। उन्होंने कहा कि शुक्रवार को ही उसके गांव पहुंचे एक विशेष दल के लोगों ने इस घटना का बदला लेने की बात कही है। जिसके बाद भय और बढ़ गया है।
पूर्व मुखिया ने मीडिया के माध्यम से इस घटना की निष्पक्ष जांच कराने तथा उनके परिवार को सुरक्षा देने की मांग बक्सर डीएम और एसपी से की है। गौरतलब हो कि सात अगस्त को घर से डुमरांव आने के दौरान कुख्यात नक्सली रहे आजाद पासवान को आथर गांव के पास अपराधियों ने गोली मार लहूलुहान कर दिया था। इस मामले में उसकी पत्नी कलावती देवी ने पूर्व मुखिया रामजी तिवारी के दो भतीजों समेत कुल छह लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज कराई है।