नियाजीपुर खुर्द पंचायत के मुखिया पद के उपचुनाव में नेहा ने मारी बाजी, धरासायी हुए कई दिग्गज
- पक्ष में कुल 1922 व निकटतम प्रतिद्वंद्वी को मिले 1323 मत
केटी न्यूज/सिमरी
शनिवार को नियाजीपुर खुर्द पंचायत में मुखिया पद के लिए हुए उप चुनाव के मतों की गिनती की गई। जिसमें नेहा कुमारी यादव ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी पुतुल देवी को 599 मतों के भारी अंतर से पराजित कर दिया। चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ शशिकांत शर्मा ने उन्हें प्रमाण पत्र सौंपा। बता दें कि नेहा देवी की सास व निवर्तमान मुखिया रही स्व कवली देवी के निधन के बाद ही इस पंचायत में पिछले एक साल से मुखिया का पद खाली था। वही उप चुनाव में नेहा ने अपने सास के निधन की क्षतिपूर्ति करते हुए मुखिया का चुनाव जीत गई। उन्हें कुल 1922 मत मिले थे। जबकि निकटतम प्रतिद्वंदी को 1323 मत प्राप्त हुए थे।
मतगणना की सारी प्रक्रिया प्रखंड मुख्यालय स्थित सभागार भवन में संपन्न हुई। मतगणना स्थल पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। मतगणना स्थल की चारों तरफ बैरिकेटिंग की गई थी। वहीं मतगणना स्थल में प्रवेश के लिए प्रखंड मुख्यालय के गेट पर बैरियर लगाए गये थे। जहां से केवल उम्मीद्वार के एजेंट को ही अंदर जाने की अनुमति दी जा रही थी। प्रशासन की ओर से मतगणना कक्ष में सीसीटीवी के साथ ही मतगणना की सारी प्रक्रिया की विडियोग्राफी कराई गई। ताकि मतगणना के दौरान कोई व्यवधान उत्पन्न न हो। इसके अलावे बड़ी संख्या में पुलिस बल भी तैनात किए गए थे। हालांकि चुनाव की तरह ही मतगणना भी शांतिपूर्ण संपन्न हो गई। मतगणना संपन्न होने पर प्रशासन ने राहत की सांस ली।
तीन घंटे में ही घोषित हो गया परिणाम
इस उपचुनाव का परिणाम घोषित करने के लिए प्रशासन द्वारा कुल पांच टेबल बनाए गए थे। सुबह आठ बजे काउंटिंग की प्रक्रिया शुरू हुई। मतगणना पांच राउंड तक चली। करीब ग्यारह बजे तक मतों की गिनती का काम पूरा हो गया तथा निर्वाची पदाधिकारी द्वारा विजयी उम्मीद्वार की घोषणा कर दी गई। मात्र तीन घंटें में ही प्रशासन ने मतगणना को पूरा करा लिया। जानाकरी के अनुसार इस उप चुनाव को जीत मुखिया बनी नेहा यादव पहले राउंड से ही अपने विरोधियों पर भारी बढ़त बनाई हुई थी।
मात खाए कई दिग्गज
नियाजीपुर खुर्द पंचायत का उपचुनाव कई मायनों में खास बन गया। बता दें कि इस उप चुनाव में अंदरखाने कई राजनीतिक दिग्गज सक्रिय थे। जो नेहा के विरोधी के खेमे में थे। राजनेताओं व क्षेत्रिय क्षत्रपों के भारी विरोध के बीच नेहा ने अपने सास के निधन के बाद खाली हुए सीट पर चुनाव जीत कई दिग्गजों को मात दें दी है। राजनीतिक प्रेक्षकों की मानें तो इस उप चुनाव के परिणाम से क्षेत्र का राजनीतिक समीकरण भी बदल सकता है। बता दें कि पिछली बार के चुनाव में भी नेहा की सास रही स्व कवल देवी के खिलाफ कई दिग्गजों ने प्रचार किया था। बावजूद वह चुनाव जीतने में सफल रही। वही अब सास के बाद बहू भी उसी मजबूती से चुनाव जीत विरोधियों को चारों खाने चित कर दी है।