एनक्यूएएस टीम ने पवनी उप स्वास्थ्य केन्द्र का किया वर्चुअल जांच

राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के तहत उप स्वास्थ्य केन्द्र पवनी का भारत सरकार की विशेषज्ञ टीम द्वारा वर्चुअल निरीक्षण किया गया। इस जांच का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, स्वच्छता, बुनियादी ढांचे, रोगी देखभाल और प्रशासनिक पारदर्शिता का आकलन करना था। निरीक्षण के दौरान केन्द्र की कार्यप्रणाली, संसाधन उपलब्धता, साफ-सफाई व्यवस्था और सेवा वितरण की विस्तृत जानकारी टीम के समक्ष प्रस्तुत की गई।

एनक्यूएएस टीम ने पवनी उप स्वास्थ्य केन्द्र का किया वर्चुअल जांच

-गुणवत्तापूर्ण ग्रामीण स्वास्थ्य सेवाओं की दिशा में महत्वपूर्ण कदम

केटी न्यूज/बक्सर  

राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्यूएएस) के तहत उप स्वास्थ्य केन्द्र पवनी का भारत सरकार की विशेषज्ञ टीम द्वारा वर्चुअल निरीक्षण किया गया। इस जांच का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण स्तर पर स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता, स्वच्छता, बुनियादी ढांचे, रोगी देखभाल और प्रशासनिक पारदर्शिता का आकलन करना था। निरीक्षण के दौरान केन्द्र की कार्यप्रणाली, संसाधन उपलब्धता, साफ-सफाई व्यवस्था और सेवा वितरण की विस्तृत जानकारी टीम के समक्ष प्रस्तुत की गई।

एनक्यूएएस एक व्यापक मानक है, जिसके माध्यम से स्वास्थ्य संस्थानों के लगभग सभी पहलुओं जैसे भवन की स्वच्छता, उपकरणों का उपयोग, संक्रमण नियंत्रण, रिकॉर्ड प्रबंधन, रोगी संतुष्टि और स्टाफ की दक्षता का मूल्यांकन किया जाता है। इसका उद्देश्य सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक प्रभावी, सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण बनाना है।

जांच के दौरान सीएचओ भूपेंद्र सिंह ने केन्द्र में उपलब्ध सेवाओं, उपकरणों तथा नियमित साफ-सफाई और कचरा प्रबंधन व्यवस्था की जानकारी दी। जननी सुरक्षा योजना, परिवार नियोजन, टीकाकरण और मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाओं के सुचारू संचालन की भी जानकारी प्रस्तुत की गई।इस वर्चुअल असेसमेंट में डीसीक्यूए रुचि कुमारी ने महत्त्वपूर्ण दिशा-निर्देश दिए। टीम ने कहा कि एनक्यूएएस मानकों के अनुरूप सेवाओं में निरंतर सुधार उनकी प्राथमिकता है। 

वहीं चौसा सीएचसी के  चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. सी. विमल, एचडब्ल्यूसी प्रभारी भूपेंद्र सिंह, बीएचएम सनी कुमार, एएनएम रागिनी कुमारी व किरण कुमारी की सक्रिय भूमिका रही। पिरामल फाउंडेशन के गांधी फेलो प्रदीप केवट ने तकनीकी सहयोग व दस्तावेजीकरण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।