नया भोजपुर के लोग 26 से करेंगे धरना-प्रदर्शन, एसडीओ से मांगी अनुमति
नगर परिषद में के दो पंचायत पुराना भोजपुर और नया भोजपुर गांव नगर परिषद के विस्तारित क्षेत्र में शामिल हो गए हैं। इन दोनों गांवों को मिलाकर 15 वार्ड इसी में समहित हैं, लेकिन गांव का विकास नहीं हो पाया। गांव में जाने के लिये एक सड़क तक नसीब नहीं है ग्रामीणों को, इस मांग को लेकर उन्होंने धरना-प्रदर्शन का फैसला किया है। गांव के ही वार्ड पार्षद धनंजय पांडये ने एसडीओ राकेश कुमार को आवेदन देकर अगामी 26 जून 2025 को धरना-प्रदर्शन के साथ टेंट, कुर्सी और लाउड स्पीकर के लिये मंजूरी मांगी है।

-- नगर के विस्तारित क्षेत्र नया भोजपुर गांव विकास से नहीं जुड़ पाया, जर्जर रास्ते से ग्रामीणों पड़ता है आना-जाना
केटी न्यूज/डुमरांव
नगर परिषद में के दो पंचायत पुराना भोजपुर और नया भोजपुर गांव नगर परिषद के विस्तारित क्षेत्र में शामिल हो गए हैं। इन दोनों गांवों को मिलाकर 15 वार्ड इसी में समहित हैं, लेकिन गांव का विकास नहीं हो पाया। गांव में जाने के लिये एक सड़क तक नसीब नहीं है ग्रामीणों को, इस मांग को लेकर उन्होंने धरना-प्रदर्शन का फैसला किया है। गांव के ही वार्ड पार्षद धनंजय पांडये ने एसडीओ राकेश कुमार को आवेदन देकर अगामी 26 जून 2025 को धरना-प्रदर्शन के साथ टेंट, कुर्सी और लाउड स्पीकर के लिये मंजूरी मांगी है।
मालूम हो कि नया भोजपुर नप डुमरांव में शामिल कर लिया गया है। इसके शामिल होने से लोगों में इस बात की खुशी थी कि शहरों के तर्ज पर गांव के हरेक वार्ड का विकास होगी, लेकिन दो साल से लोग इंतजार करते रहे गए, लेकिन कुछ विस्तार नहीं हुआ। जिस तरह पहले लोग नाली, गली, पीसीसी रोड से लेकर अन्य चिजों के लिये तरसते थे, आज भी उनकी हाल वही है। गांव के प्रवेश द्वार दो हैं और दोनों की स्थिति दयनीय बनी हुई है। बारिश हो जाने से कच्चे रास्ते में जलजमाव हो गया है,
जिससे लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है। जब गांव में प्रवेश करने वाले मुख्य सड़कों की यह स्थिति है तो गांव के भीतर की क्या होगी इसका सहज अनुमान लगया जा सकता है। ग्रामीणों के लिये गांव में जाने-आने के लिये रोड की व्यवस्था नहीं होने से काफी नाराज हैं, इसीलिये सभी ने होने वाले अनिश्चितकालीन धरने के सहयोग में खड़े हो गए हैं। लोगों का सपोर्ट मिलने से धरना पर बैठने वाले ग्रामीणों का हौसला काफी बुलंद है। धरने में पचास लोगों के शामिल होने की अनुमति भी मांगी गई है। यह धरना का स्थल नया भोजपुर चौक पर 11 बजे दिन से शुरू हो जाएगा।
दो वर्ष पहले भी सड़क बनाने के लिये ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता को दिया गया था। उस पर कोई कार्रवाई नहीं की गई और नहीं जवाब दिया गया तो फिर शिकायतकर्ता ने लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के पास शिकायत दर्ज कराई। उस शिकायत पत्र पर संज्ञान लेते हुए लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने ग्रामीण कार्य विभाग के कार्यपालक अभियंता को नोटिस भेजा।
नोटिस मिलने के बाद कार्यपालक अभियंता ने अपने सफाई में जवाब दिया कि अपने कार्यालय पत्रांक 540, अनु. दिनांक 10.11.2023 को ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा कहा गया कि कार्य के लिये विभाग को पत्र समर्पित किया जा चुका है, जैसे ही आदेश मिलेगा कार्य शुरू कर दिया जाएगा। 2 वर्ष बित जाने के बाद भी कोई अग्रेत्तर कार्रवाई आज तक नहीं हो पाई और लोग जिल्लत की जिंदगी जीने पर मजबूर हैं। इधर शिकायतकर्ता धनंजय पांडेय का कहना है
कि 24 मार्च 2025 को आवेदन कार्यपालक अभियंता को दिया गया। फिर भी कुछ नहीं किया गया, इधर एक महीने से उनके कार्यालय की दौड़ लगाई जा रही है, टेंडर प्रक्रिया पूरा कर लिया गया है, जल्द ही सड़क निर्माण शुरू किया जाएगा। काम शुरू नहीं किये जाने पर एसडीओ के पास आवेदन दिया गया, अब देखना है कि कार्य कितने दिनों में शुरू होता है। नहीं शुरू होगा तो अनिश्चितकालीन धरना बगैर कार्य प्रारंभ हुए रूकेगा नहीं। गांव के लोगों की निगाहे इस धरने पर टिकी हुई है।