ब्रिटिश हुकूमत के पुरजोर विरोधी थे कृष्णा सिंह व विद्या कर कवि : मनोज पाण्डेय
- बक्सर में बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री स्व. कृष्णा सिंह एवं पूर्व मंत्री स्व. विद्या कर कवि की मनाई गई पुण्यतिथि
केटी न्यूज/बक्सर
जिला कांग्रेस कमेिटी कार्यालय में शुक्रवार को बिहार के प्रथम मुख्यमंत्री स्व. कृष्णा सिंह एवं पूर्व मंत्री स्व. विद्या कर कवि की पुण्यतिथि पार्टी के जिलाध्यक्ष डॉ मनोज पांडेय की अध्यक्षता मनाई गई। इस दौरान सभी ने माल्यार्पण कर पुष्प अर्पित किए। जिलाध्यक्ष डॉ. मनोज पांडेय ने स्व. कृष्णा बाबू के विचारों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि बिहार के कांग्रेस के प्रथम मुख्यमंत्री कृष्णा बाबू ने गरीबों के लिए लाठी तक खाई और जमींदारी प्रथा को समाप्त करने में अहम योगदान दिया। कृष्णा सिंह ब्रिटिश हुकूमत के पुरजोर विरोधी थे। वे अंग्रेजों की छाया से भी दूर रहते थे और ऐसा करने के लिए लोगों को सलाह भी देते थे। बिहार की आन बान शान के रूप में पदस्थापित कृषणा सिंह अपने प्रथम कार्यकाल में जाति-धर्म व मजहब से ऊपर उठकर सभी के दुख सुख के साथी बने और जनता की सेवा की।
वहीं, जिलाध्यक्ष ने स्व. विद्या कर कवि की पुण्यतिथि पर बताया कि भारत के आजादी की लड़ाई में उनका अहम योगदान था। स्व. विद्या कर कवी राज्य के कई मंत्रालय में मंत्री रहें। जिन्होंने बिहार के राजनीति के पटल पर एक साफ सुथरी के नेता के रूप में अपनी पहचान बनाई। उन्होंने बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेिटी के अध्यक्ष के रूप में साफ सुथरी राजनीति का जबरदस्त समर्थन करते हुए कांग्रेस कमिटी को सशक्त एवं जुझारू बनाने में भी भूमिका अदा की थी। मौके पर स्थानीय नेताओं में संजय कुमार दुबे, अजय यादव, बबन तुरहा, पिंटू शर्मा, आर्य समाज जिला प्रबंधक रामकुमार जायसवाल, भंवर तुरहा, संजय यादव, मुन्ना तुरहा, विमल तुरहा सहित मुख्य थे। कार्यक्रम का समापन जिला कांग्रेस कमेिटी प्रभारी अजय यादव ने किया।