बिहार बोर्ड का नया ऐलान ! 5 फरवरी तक जूता पहनकर एग्जाम देने आ सकते हैं इंटरमीडिएट के स्टूडेंट, लेट आने पर होगा यह एक्शन
बिहार में इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 का आयोजन 1 फरवरी से 15 फरवरी के बीच होने जा रहा है। इस बार बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के तरफ से इस बार इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर 1677 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
केटी न्यूज़/बिहार
बिहार में इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2025 का आयोजन 1 फरवरी से 15 फरवरी के बीच होने जा रहा है। इस बार बिहार विद्यालय परीक्षा समिति के तरफ से इस बार इंटरमीडिएट परीक्षा को लेकर 1677 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इन सब बातों के बीच इस दफे बोर्ड के तरफ से जो नई बातें बताई जा रही है वह कुछ ऐसा है कि बोर्ड परीक्षा में शुरूआती दिनों में बच्चों को जुत्ते-मौजे पहनकर आने दिए जाएंगे।
आनंद किशोर ने बताया कि मौसम की स्थिति को देखते हुए 1 फरवरी से शुरू हो रही परीक्षा में 5 फरवरी तक इंटरमीडिएट के परीक्षार्थी के लिए परीक्षा केंद्र में जूता मोजा के साथ प्रवेश की अनुमति दी गई है। इसके बाद मौसम की स्थिति को देखते हुए आगे विचार किया जाएगा कि इससे आगे जूता मोज पहनकर परीक्षा केंद्र जाने के लिए अनुमति दी जाएगी या नहीं।
आनंद किशोर का कहना है कि सुबह 9:30 बजे से शुरू हो रही प्रथम पाली की परीक्षा के लिए अभ्यर्थियों को 9:00 बजे तक परीक्षा केंद्र पर पहुंचना अनिवार्य है। जबकि दूसरी पाली में 2:00 से शुरू हो रही परीक्षा के लिए दिन के 1:30 तक परीक्षा हॉल में प्रवेश कर जाना अनिवार्य है। अगर कोई प्रथम पाली में सुबह 9:00 के बाद और द्वितीय पाली में सुबह 1:30 के बाद अभ्यर्थी परीक्षा केंद्र में प्रवेश करने की कोशिश करते हैं, तो उन पर कार्रवाई की जाएगी। ऐसे अभ्यर्थियों को 2 साल के लिए आयोग की परीक्षा से वंचित किया जाएगा। इसके साथ ही ऐसे परीक्षा केंद्र के केंद्राधीक्षक के ऊपर भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
आपको बताते चलें कि इंटरमीडिएट परीक्षा में इस बार कल 1292313 परीक्षार्थी सम्मिलित हो रहे हैं। जिसमें छात्राओं की संख्या 641847 है, जबकि छात्रों की संख्या 650466 है। आनंद किशोर ने स्पष्ट किया है कि परीक्षार्थियों को परीक्षा केंद्र पर परीक्षा शुरू होने के आधा घंटा पहले प्रवेश करना अनिवार्य है।