आरपीएफकर्मियों के हत्यारोपी चढ़े पुलिस के हत्थे
बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन में दो आरपीएफकर्मियों की हुई हत्या के मामले में गाजीपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है।
मुठभेड़ के बाद पुलिस ने किया गिरफ्तार
केटी न्यूज/चंदौली
बाड़मेर-गुवाहाटी एक्सप्रेस ट्रेन में दो आरपीएफकर्मियों की हुई हत्या के मामले में गाजीपुर पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। गाजीपुर पुलिस ने मुठभेड़ के बाद चार बदमाशों को गिरफ्तार किया हैं। इसमें एक बदमाश के पैर में गोली लगी है। पुलिस अधीक्षक ग्रामीण बलवंत चौधरी ने बताया कि चार लोग गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है की घायल बदमाश प्रेमचंद (35) निवासी बघौतीपुर बिहटा पटना बिहार का रहने वाला है। वहीं, पुलिस ने इस मामले में कुल चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों की गिरफ्तारी से यह स्पष्ट हो गया है कि बीते दिनों दोनों आरपीएफ के दो जवानों की हत्या शराब तस्करों द्वारा ही की गई थी।माना जा रहा है कि आरोपी शराब तस्करी की घटना को अंजाम दे रहे थे। जिसमें हस्तक्षेप करने के कारण दोनों आरपीएफ जवानों को अपनी जान गंवानी पड़ी थी। जिसमें बाधक बनने पर शराब तस्करों ने इनकी हत्या ट्रेन से फेंक दिया। फिलहाल पुलिस भी इस मामले में खुलकर कुछ भी बताने से बच रही है।आपको बता दें कि 20 अगस्त को पंडित दीनदयाल उपाध्याय-दानापुर रेलखंड पर गहमर कोतवाली क्षेत्र में दो आरपीएफ जवानों का शव अलग अलग स्थानों पर मिला था । हत्या की गुत्थी सुलझाने में जनपद पुलिस टीम ने पूरी ताकत झोंक दी थी। टीम कई बिंदुओं पर छानबीन कर रही थी। घटना के बाद से ही पीडीडीयूनगर पहुंची जांच टीम गुवाहाटी- बाड़मेर एक्सप्रेस के विभिन्न डिब्बों की जांच भी की थी ताकि आरपीएफकर्मियों की मौत की पहेली को सुलझाया जा सके। ट्रेन शराब तस्करी के लिए मुफीद हो चुकी है, यह सच कई बार सामने आ चुका है। शराब तस्करों द्वारा दो आरपीएफ जवानों की हत्या किए जाने के बाद मामला गंभीर हो चुका है। प्लेटफार्म पर सख्ती के बाद अब यार्ड से ट्रेनों में शराब चढ़ाने का खेल शुरू हो गया था। घटना वाले दिन भी आइकॉन केबिन के पास पहली बार चेन पुलिंग हुई थी। अब सारा कुछ तस्करों के बयान टिका है। अगर तस्करों ने आरपीएफकर्मियों के मिली भगत से तस्करी की बात कबूल ली तो कईयों पर गाज गिर सकती है।