राम मंदिर का निर्माण कार्य अधर में अटका
राम मंदिर निर्माण में मजदूरों की भारी कमी हुई है और पिछले 3 महीने में राम मंदिर निर्माण की गति काफी ज्यादा धीमी पड़ी हुई है।
केटी न्यूज़/अयोध्या
राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को हो चुकी थी।उसके बाद मन्दिर के बाकी निर्माण कार्य का काज चल रहा है।अब राम मंदिर निर्माण में मजदूरों की भारी कमी हुई है और पिछले 3 महीने में राम मंदिर निर्माण की गति काफी ज्यादा धीमी पड़ी हुई है। इसके चलते राम मंदिर बनाने का जो लक्ष्य तय किया गया था।उसके अनुरूप राम मंदिर के निर्माण में 2 महीने तक की देरी हो सकती है।राम मंदिर निर्माण समिति की ओर से दिसंबर 2024 का लक्ष्य रखा गया है।अब मजदूरों की कमी के चलते लक्ष्य पूरा करने में दिक्कत सामने आ रही है।
अयोध्या में बन रहे भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य अधर में ही लटकने को मजबूर हो गया है।हालात ये हो गए हैं कि निर्माण के काम की रफ्तार पिछले तीन महीनों से धीमी पड़ी हुई है। वजह यह है की यहां काम में लगे हुए मजदूर अपने-अपने घरों को लौट गए हैं और अब वे वापस आने को तैयार ही नहीं है।राम मंदिर का निर्माण करा रही एलएनटी कंपनी की भी ये मजदूर सुनने को तैयार नहीं है।इस आलम को देख राम मंदिर निर्माण समिति के चेयरमैन नृपेंद्र मिश्र को इसमें दखलंदाजी करनी पड़ी है और उन्होंने कंपनी को कह दिया है कि जल्द से वह 200 से ज्यादा मजदूर यहां बढ़ाए।
मजदूरों की यहां कमी होने के पीछे की बात करें तो इसके पीछे की वजह है भीषण गर्मी। ये लोग तेज गर्मी के चलते अपने-अपने घरों को चले गए हैं।इसको लेकर अब मीटिंग भी बुलाई गई। सबसे बड़ी चुनौती मंदिर के शिखर के निर्माण की है।शिखर का निर्माण तभी हो सकता है, जब द्वितीय तल का निर्माण पूरा हो जाए।अगर आज की गति से निर्माण किया गया तो 2 महीने तक मन्दिर का काम लेट हो सकता है।