बेहतर काम का मिला ईनाम: डीजीपी ने जिले के 32 पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों को दिया प्रशस्ति पत्र व नगद राशि
- पिछले दिनों विभिन्न थाना क्षेत्रों में तीन गंभीर कांडो के सफल उद्भेदन पर मिला है सम्मान
- प्रशस्ति पत्र पाने में वालों में दो डीएसपी व पांच एसआई रैंक के अधिकारी है शामिल
शाहाबाद डीआईजी नवीन चन्द्र झा के द्वारा बक्सर डीएसपी गोरख राम को सम्मानित किया गया
केटी न्यूज/सासाराम /बक्सर
पिछले वर्ष गंभीर मामलों के उद्भेदन व अपराधियों की गिरफ्तारी में बेहतर काम करने वाले जिले के 32 पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों को डीजीपी आरके भट्टी ने प्रशस्ति पत्र व नगद राशि देकर सम्मानित किया है। डीजीपी के बीहाफ में शाहाबाद रेंज के डीआईजी नवीन चंद्र झा ने उन्हें अपने हाथों प्रशस्ति पत्र तथा नगद राशि सौंपा है। प्रशस्ति पत्र व नगद राशि पाने वालों में जिले के दो डीएसपी व पांच एएसआई रैंक के अधिकारी तथा अन्य पुलिसकर्मी शामिल है।
नावानगर थानाध्यक्ष राजीव रंजन राय
जिनमें डीआईयू की टीम भी शामिल है। यह इनाम पिछले साल के तीन जटिल मामलों के त्वरित निष्पादन के लिए मिला है। इनमें 16 कर्मियों का तबादला भी दूसरे जिले में हो चुका है।
बक्सर डीआईयू प्रभारी राजेश मालाकार
मिली जानकारी के अनुसार डुमरांव के एएसपी रहे राज, बक्सर सदर एसडीपीओ गोरख राम, वर्तमान में कोरानसराय थानाध्यक्ष रंजीत कुमार, नावानगर थानाध्यक्ष राजीव रंजन राय, मुफस्सिल के थानाध्यक्ष रहे अमित कुमार, डीआईयू के प्रभारी राजेश मालाकार, इटाढ़ी के पूर्व थानाध्यक्ष राहुल कुमार, डीआईयू के मनीष कुमार समेत कुल 32 कर्मियों को प्रशस्ति पत्र दिया गया है। बता दें कि इटाढ़ी थाना कांड संख्या 90/22 में 50 लाख की फिरौती के लिए एक नाबालिक का अपहरण हुआ था। जिसमें पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए अपहर्ता के चंगुल से नाबालिक को सकुशल बरामद करने के साथ ही अपहरण में शामिल अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया था।
मुफस्सिल थानाध्यक्ष राहुल कुमार
जबकि मुफस्सिल थाना कांड संख्या 100/22 में मोटरसाइकिल लूट मामले में पुलिस ने पूरे गैंग का उद्भेदन करते हुए 9 लूटेरों को गिरफ्तार किया था। उनके पास से 4 देशी आग्नेयास्त्र, 18 जिंदा कारतूस, 3 मोबाईल तथा लूट व चोरी के 6 बाइक को बरामद किया था। वही नया भोजपुर ओपी थाना कांड संख्या 119/22 में पुलिस ने जाली लाइसेंस के सहारे अवैध हथियार का खरीद फरोख्त करने वाले गिरोह का भंडाभोड़ करते हुए आर्डिनेंस फैक्ट्री का बना पिस्टल तथा अन्य सामानों की बरामदगी में पुलिस की भूमिका सराहनीय रही थी। इसके अलावे भी जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में हुए कई गंभीर अपराधों का पुलिस ने त्वरित उद्भेदन किया था। जिसके चलते पुलिस पदाधिकारियों को प्रशस्ति पत्र दिया गया है।
कोरानसराय थानाध्यक्ष रंजीत कुमार
प्रशस्ति पत्र के साथ ही सभी कांडो के उद्भेदन में शामिल होने वाले पदाधिकारियों को प्रत्येक कांड के लिए 25-25 सौ रूपए का नगद पुरस्कार भी दिया गया है। एसपी मनीष कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि इनती बड़ी संख्या में पुलिस पदाधिकारियों व कर्मियों का सम्मानित होना उनके लिए गौरव की बात है।
डीआईयू सिपाही मनीष कुमार
उन्होंने कहा कि उनकी प्राथमिकता क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने तथा अपराधियों को गिरफ्तार करने व शराब तथा मादक पदार्थों की तस्करी रोकना है। एसपी ने कहा कि पुलिस पदाधिकारियों के बेहतरीन प्रदर्शन के कारण अपराधियों व तस्करों में हड़कंप मच गया है। हालांकि इस पूरे मामले में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले डुमरांव के तत्कालीन एसडीपीओ सह एएसपी राज का तबादला मोतीहारी जिले में हो चुका है।