पटना के ग्रामीण इलाकों और नालंदा के निचले इलाके हुए जलमग्न,ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा

मानसून के बाद बारिश का सिलसिला जारी है।बारिश से गर्मी में तो राहत मिली है लेकिन वही कई जगहों पर परेशानियां भी बढ़ गईं हैं।पटना के ग्रामीण इलाकों और नालंदा के निचले इलाके जलमग्न हो गए।

पटना के ग्रामीण इलाकों और नालंदा के निचले इलाके हुए जलमग्न,ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा
Weather

केटी न्यूज़/पटना

मानसून के बाद बारिश का सिलसिला जारी है।बारिश से गर्मी में तो राहत मिली है लेकिन वही कई जगहों पर परेशानियां भी बढ़ गईं हैं।पटना के ग्रामीण इलाकों और नालंदा के निचले इलाके जलमग्न हो गए।बिहार की फल्गु और सकरी नदियों के जलस्तर में वृद्धि के कारण कई छोटे बांध टूट जाने के कारण यह हुआ।पिछले कुछ दिनों में पड़ोसी राज्य झारखंड में भारी बारिश के बाद दोनों नदियां उफान पर थीं।प्रभावित इलाकों में पटना जिला का पंडारक और फतुहा प्रखंड तथा नालंदा में हिलसा प्रखंड शामिल हैं। 

जल संसाधन विभाग द्वारा जारी एक बयान में बताया गया कि उदेरास्थान बांध से सकरी और फल्गु नदियों में 53,945 क्यूसेक पानी छोड़े जाने से बरुआने जमींदारी बांध और सिरपतपुर बांध का कुछ हिस्सा कल रात क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई।इसी तरह नालंदा जिले के हिलसा प्रखंड में दो छोटे बांध क्षतिग्रस्त हो गए जिससे जमुआर और धुरी बिगहा गांवों के कई इलाकों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई। ये दोनों बांध बहुत ही जर्जर स्थिति में थे। 

प्रभावित इलाकों के ग्रामीणों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।बयान के अनुसार, बाढ़ के कारण उत्पन्न हालात की किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है।स्थिति नियंत्रण में है और क्षतिग्रस्त छोटे बांधों की तत्काल मरम्मत के लिए आवश्यक वस्तुएं पहले ही उपलब्ध करायी जा चुकी हैं।