सत्यम ने बिहार में बक्सर का लहराया परचम,मैट्रिक की परीक्षा में सातवां रैंक प्राप्त किया
राजेश कुमार राम का बेटा सत्यम शिवांश जिले के चौसा प्रखंड के रामपुर पंचायत स्थित देवी डिहरा निवासी ने मैट्रिक परीक्षा में पूरे बिहार में 7वां रैंक लाकर जिले का नाम रोशन किया
केटी न्यूज़/चौसा
बिहार स्कूल एजुकेशन बोर्ड की तरफ से 10वीं का रिजल्ट आज 31 मार्च को घोषित कर दिया गया।इस बार भी बक्सर के ग्रामीण क्षेत्रों में पढ़ने वालों छात्रों का दबदबा देखने को मिला है।राजेश कुमार राम का बेटा सत्यम शिवांश जिले के चौसा प्रखंड के रामपुर पंचायत स्थित देवी डिहरा निवासी ने मैट्रिक परीक्षा में पूरे बिहार में 7वां रैंक लाकर जिले का नाम रोशन किया है। सत्यम को 482 अंक मिले हैं।आज दोपहर को रिजल्ट आते ही सत्यम को बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया।लोगों ने उसके उज्जवल भविष्य की कामना की है।सत्यम भाई-बहन में सबसे छोटा है। पिता B Tech करके खेतीबाडी करते है और उसकी मां कुमारी प्रतिमा हाउसवाइफ हैं।सत्यम बहन साक्षी दिव्यांश भी पिछले साल मैट्रिक की मेधावी छात्रा रह चुकी है।
मेहनती है सत्यम
पिता राजेश कुमार राम ने बताया कि वह अक्सर स्कूल से आने के बाद घर में वह पढ़ाई में लग जाता था और खेल कूद भी करता था। सत्यम की उपलब्धि से घर के लोगों के साथ गांव वालों और हितैषियों में खुशी की माहौल है।इस सफलता पर उनके गांव सहित पूरे प्रखंड में खुशी की लहर है। लोगों का कहना है कि सत्यम ने अपनी कड़ी मेहनत और लगन से परीक्षा में यह सफलता हासिल की है।वह अन्य छात्रों के लिए एक प्रेरणा हैं।सत्यम के पिता राजेश राम बीटेक कर के भी बेरोजगार है। एक वर्ष पहले वह शिक्षक थे, लेकिन नियमानुकूल उनके पास बीएड या डीएलेड की डिग्री नहीं होने से शिक्षक की नौकरी छोड़नी पड़ी। उन्होंने अपने बच्चों को पढ़ाई पर कोई दबाव नही आने दिया। यहां तक वह अपनी बेरोजगारी को भी अपने तक सीमित रख बच्चों को पढ़ाई पर एकाग्र करने की सीख दी।सत्यम की मां कुमारी प्रतिमा ने बताया कि सत्यम शुरू से ही पढ़ने में अच्छा था।
शिक्षक सत्यम के स्टेट टॉप करने की पहले कर चुके थे भविष्यवाणी
सत्यम पास के गांव सगरा उच्च माध्यमिक स्कूल में पढ़ाई करता है।उसकी प्रतिभा को देख विद्यालय के शिक्षकों ने अच्छे अंक से बोर्ड परीक्षा पास होने की बात कही थी। इस दौरान प्रधानाचार्य दिनेश कुमार राम ने कहा कि इससे पहले भी स्कूल ने बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम देकर कीर्तिमान स्थापित किया है।
ये है सत्यम का सपना
सत्यम बचपन से ही पढ़ने में बेहद होशियार है।उन्होंने बोर्ड परीक्षा में बेहतर परिणाम के लिए अपने माता-पिता और शिक्षकों को श्रेय दिया है। सत्यम शिवांश ने बताया कि वह आगे साइंस स्ट्रीम से इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी कर साफ्टवेयर इंजीनियर बनेगा और देश में हो रहे साईबर क्राईम को कंट्रोल कर देश की सेवा करना चाहता हैं।