एक महीने में सभी सरकारी कार्यालयों में लगाए स्मार्ट प्रीपेड मीटर - डीएम

जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने शनिवार को विद्युत विभाग के आपूर्ति एवं परियोजना की समीक्षा बैठक की। यह बैठक विद्युत कार्यालय, बक्सर में की गई। बैठक में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की समीक्षा के दौरान डीएम ने पाया कि मात्र 19 प्रतिशत ही प्रगति हुई है।

एक महीने में सभी सरकारी कार्यालयों में लगाए स्मार्ट प्रीपेड मीटर - डीएम

- डीएम ने किया स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के कार्य की समीक्षा, स्मार्ट मीटर लगाने के धीमे रफ्तार पर जताई नाराजगी

- डीएम ने लक्ष्य पूरा करने के लिए कार्य पालक अभियंता को भ्रांतियों को दूर करने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार करने का दिया निर्देश

केटी न्यूूज/बक्सर

जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल ने शनिवार को विद्युत विभाग के आपूर्ति एवं परियोजना की समीक्षा बैठक की। यह बैठक विद्युत कार्यालय, बक्सर में की गई। बैठक में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की समीक्षा के दौरान डीएम ने पाया कि मात्र 19 प्रतिशत ही प्रगति हुई है। समीक्षा के दौरान डीएम को यह पता चला कि स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के काम में तेजी लाने के लिए एजेंसी के द्वारा न तो रूचि ली जा रही है और न ही कार्यपालक अभियंता विद्युत आपूर्ति प्रमंडल बक्सर के द्वारा कोई अनुश्रवण एवं कार्रवाई की जा रही है। सरकार की इस महत्वाकांक्षी योजना के क्रियान्वयन के प्रति रूचि नहीं लिए जाने पर डीएम ने गहरी नाराजगी जताई तथा स्मार्ट मीटर लगाने के लक्ष्य को पूरा करने का निर्देश कार्यपालक अभियंता तथा एजेंसी को दिया।

भ्रांतियों को दूर करने के लिए कराए प्रचार प्रसार

डीएम ने विद्युत आपूर्ति प्रमंडल बक्सर के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि प्राथमिकता के तौर पर सभी सरकारी कार्यालयों में एक माह के अंदर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगवाए, साथ ही स्मार्ट प्रीपेड मीटर के संबंध में फैली भ्रांतियों को दूर करने के लिए व्यापक प्रचार प्रसार करा लोगों को जागरूक करें। उन्होंने कहा कि जब लोगों को समझ में आ जाएगा कि स्मार्ट मीटर लगवाने पर अधिक पैसे नहीं लग रहे है तो वे इसका विरोध नहीं करेंगे। वही, डीएम ने कहा कि सरकारी कार्यालयों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर के लगने से लोगों में इस बात का संदेश जाएगा कि इस मीटर में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं है। 

बता दें कि इसके पहले डीएम ने नवंबर महीने में ही सभी सरकारी कार्यालयों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम पूरा कर लिया जाए, लेकिन इस महीने का पहल सप्ताह बीतने के बाद भी यह अभियान लक्ष्य से दूर नजर आ रहा है। जिस पर डीएम ने एजेंसी को फटकार भी लगाई।

डीएम ने सप्ताहिक कार्ययोजना बनाने का दिया निर्देश

समीक्षा बैठक के दौरान डीएम ने कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि साप्ताहिक कार्य योजना बनाते हुए एजेंसी एवं संबंधितों के साथ बैठक कर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने के काम में तेजी लाए। उन्होंने कहा कि सप्ताहिक कार्य योजना बना काम करने से लक्ष्य को पूरा किया जा सकता है।

वही विद्युत विपत्रों के भुगतान नहीं करने की समीक्षा के के दौरान डीएम ने पाया कि लंबित राशि की वसूली के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किया जा रहा है। डीएम ने इस पर संबंधितों को फटकार लगाई। वही, कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि सक्षम न्यायालय से लगातार सम्पर्क कर दायर वाद में ठोस कार्रवाई सुनिश्चित करायें, ताकि राशि वसूली किया जा सकें।

नैनीजोर में एक माह में चार ट्रांसफार्मर जलने पर ईओ से शो-कॉज

ब्रह्मपुर के नैनीजोर में 63 केवी के चार ट्रांसर्फमर एक ही माह में जलने के कारण बदले गये है। इस संबंध में पूछने पर कार्यपालक अभियंता ने बताया कि लोड अधिक रहने के कारण ये ट्रांसर्फमर एक माह में जलें है। एक ट्रांसर्फमर के जलने के बाद बिना कोई आंकलन किए कम क्षमता का ट्रांसर्फमर लगाया जाता रहा, जिससे ट्रांसर्फमर क्षति के साथ-साथ उक्त क्षेत्र के निवासियों को विद्युत आपूर्ति की समस्या हुई। डीएम ने इस पर कड़ी नाराजगी जताते हुए कार्यपालक अभियंता से स्पष्टीकरण करने का निर्देश दिया।

लोड शेडिंग की जानकारी एक या दो दिन पूर्व दे

समीक्षा के क्रम में पाया गया कि बार-बार निर्देश देने के बावजूद विद्युत आपूर्ति बाधित रहने के संबंध में एक या दो दिन पूर्व स्थानीय समाचार पत्रों एवं अन्य माध्यमों से सूचना नहीं दी जा रही है। जिसके कारण लोगों को काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। डीएम ने कार्यपालक अभियंता विद्युत आपूर्ति प्रमंडल को निर्देश दिया कि विद्युत आपूर्ति बाधित होने की सूचना एक या दो दिन पूर्व सभी स्थानीय समाचार पत्रों में प्रकाशित करा तथा अन्य माध्यमों से दे, ताकी आम जनता को विद्युत कटौती की जानकारी पूर्व से मिल सकें तथा लोग इसके लिए पूर्व से तैयार रहें। 

कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया गया कि कृषि फीडर एवं अन्य योजनाओं में निर्धारित समय सीमा के अंदर गुणवता के साथ कार्य पूर्ण करायें। समीक्षा के दौरान विद्युत विभाग के कार्यपालक अभियंता, सहायक अभियंता एवं कनीय अभियंता उपस्थित थे।