महिला दिवस पर विशेष
महिलाएं आज समाज के हर दिशा में कदम बढ़ा चुकी है। शिक्षा, चिकित्सा से लेकर खेलकूद में भी आज महिलाएं काफी तेजी से आगे बढ़ी है। कई महिलाएं राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने के साथ ही जिले को गौरवान्वित कर रही है।

महिलाओं ने चहुंओर बढ़ाए सफलता के कदम, सरकारी योजनाएं लगा रही सपनों को पंख
- डीएसपी बन अनिशा राणा लड़कियों के लिए बनी प्रेरणास्श्रोत
- महिलाओं को स्वावलंबी बना रही है डुमरांव की सरोज देवी व पुष्पा देवी
- सेल्फ हेल्फ ग्रुप से जोड़ शहरी गरीब महिलाओं को दिला रही है ऋण व रोजगार
केटी न्यूज/बक्सर
महिलाएं आज समाज के हर दिशा में कदम बढ़ा चुकी है। शिक्षा, चिकित्सा से लेकर खेलकूद में भी आज महिलाएं काफी तेजी से आगे बढ़ी है। कई महिलाएं राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने के साथ ही जिले को गौरवान्वित कर रही है।
वहीं, आज की महिलाएं स्वावलंबन के क्षेत्र में भी तेजी से कदम बढ़ा चुकी है। सरकारी योजनाएं भी महिलाओं के उत्थान में सहायक बन रही है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर केशव टाइम्स ने समाज में उल्लेखनीय योगदान करने वाली महिलाओं की प्रतिक्रिया ली है। पेश है रिपोर्ट...
1 अनिशा राणा - महिलाएं आज समाज के हर क्षेत्र में आगे बढ़ी है। वे अपने लगनशीलता, मेहनत तथा कार्यकुशलता से बड़ी तेजी से पुरूषों से आगे निकल रही है, लेकिन उनकी संख्या कम है। महिलाओं को समाज की दहलीज को तोड़ आगे आने की जरूरत है।
झिझक मिटाकर अपने स्कील को समाज के आगे लाना चाहिए, चाहे वह किसी भी क्षेत्र में हो। इसकी उदाहरण देश की पहली आईपीएस किरण बेदी, उड़नपरी, पीटी उषा, कल्पना चावला जैसी कई महिलाएं है। आज सरकार भी महिलाओं को आगे बढ़ने का अवसर प्रदान कर रही है। महिलाओं को इस अवसर का लाभ उठाना चाहिए। - अनिशा राणा, प्रशिक्षु डीएसपी, बक्सर
2 - डॉ. शोभा सिंह - महिलाओं को समाज में बराबरी का हक प्राप्त है। उन्हें सभी क्षेत्रों में आगे बढ़ने की आजादी है, लेकिन इसकी कुंजी शिक्षा ही है। महिलाओं को शिक्षा क्षेत्र में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। आज महिलाएं कई क्षेत्रों में मील का पत्थर स्थापित कर चुकी है।
जरूरत है समाज को भी अपना नजरिया बदलने का। महिलाओं को राजनीति क्षेत्र में भी अब तो भागीदारी सुनिश्चित हो रही है। जरूरत है महिलाओं को अपनी मेधा व क्षमता को पहचानने की तथा किसी भी क्षेत्र में मिले मौके का भरपूर लाभ उठाने की।
3 - सरोज देवी - आज पूरे देश में महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास चल रहा है। केन्द्र सरकार की डे-नूलम योजना समेत कई अन्य योजनाएं संचालित की जा रही है। वहीं, आजीविका समूहों के माध्यम से भी महिलाओं को स्वावलंबी बनाया जा रहा है। सरकार की ये योजनाएं गरीब तबके के महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है।
खासकर शहरी गरीब महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए सरकार की योजनाए महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इन योजनओं को आम महिलाओं तक पहुंचाने में कई रिसोर्स परसन भी अपनी भूमिका निभा रहे है। सेल्फ हेल्फ गु्रप के माध्यम से महिलाएं स्वरोजगार अपना अपने परिवार की माली हालत सुधार रही है। - सरोज देवी, सीआरपी, डुमरांव
4 पुष्पा देवी - महिलाएं सभी क्षेत्रों में पुरूषों से आगे है। जरूरत है बस उनकी प्रतिभा को पहचान उन्हें जरूरी मार्गदर्शन की। आज महिलाएं ऐसे क्षेत्रों में भी नाम कमा रही है, जहां कुछ वर्ष पूर्व तक सिर्फ पुरूषों का आधिपत्य रहा है, लेकिन पिछले कुछ वर्षों से महिलाओं की सोंच बदली है। जिसका परिणाम अब सबके समाने दिखाई पड़ रहा है।
पिछले कुछ वर्षों में स्वयं सहायता समूह ग्रामीण तबके के महिलाओं के लिए वरदान साबित हो रही है। आज महिलाएं स्वयं सहायता समूह व आजीविका मिशन से जुड़ अपने परिवार की आर्थिक हालत सुधार रही है। सरकार की योजनाएं भी इसमें सहायक हो रही है। - पुष्पा देवी, मां दुर्गा स्वयं सहायता समूह की सचिव