आजाद पासवान के हत्यारों की गिरफ्तारी को ले सुभासपा व भीम आर्मी ने निकाला आक्रोश मार्च
पूर्व नक्सली व सुभासपा नेता आजाद पासवान के हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए बुधवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी तथा भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने बक्सर में आक्रोश मार्च निकाला।
केटी न्यूज/बक्सर
पूर्व नक्सली व सुभासपा नेता आजाद पासवान के हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए बुधवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी तथा भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने बक्सर में आक्रोश मार्च निकाला। किला मैदान से निकला यह आक्रोश मार्च समाहरणालय गेट पर पहुंच जोरदार प्रदर्शन कर जाम कर दिया और जमकर पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद व अपराधियों को फांसी दो के नारे लगाए गए। हालांकि डीएम अंशुल अग्रवाल मौजूद नहीं थे। समाहरणालय का गेट बंद था सुरक्षा प्रहरी अंदर ड्यूटी पर मौजूद थे। आक्रोश मार्च में शामिल कार्यकर्ताओं द्वारा कहा जा रहा था, जब तक डीएम-एसपी से वार्ता नहीं होगा तब तक कार्यकर्ता गेट पर मौजूद रहेंगे। बता दें कि सात अगस्त को घर से डुमरांव के लिए निकले पूर्व नक्सली सह सुभासपा नेता आजाद पासवान की परसागंडा के समीप पुलिया के पास नाजदों नेे गोली मार दी थी, जिनकी इलाज के दौरान छह दिन बाद मौत हो गई थी। दूसरे दिन आक्रोशित कार्यकर्ताओं द्वारा परिजनों के साथ ज्योति चौक बक्सर में शव रख जाम कर दिया था। जहां उन्हें प्रशासन द्वारा जल्द गिरफ्तारी सहित अन्य मांगों को पूरा किये जाने का आश्वासन दिया गया था। मगर, अब तक एक भी गिरफ्तारी न होने कार्यकर्ताओं ने आक्रोश मार्च निकाला। आक्रोश मार्च में शामिल भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष अमर ज्योति ने कहा की हमारे समाज के आन बान शान थे आजाद पासवान उनकी हत्या कर दी गई और आज तक एक भी अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं की गई। उनके परिवार को सुरक्षा मुहैया नहीं कराया गया। उनके परिवार को कोई भी हथियार का लाइसेंस नहीं दिया गया। जो यह दिखाता है कि शासन और प्रशासन का इकबाल खत्म हो गया है जिले में अपराधियांे का मनोबल बढ़ा हुआ है। जब न्याय मांगने के लिए डीएम कार्यालय पहुंचे हुए है तो डीएम और एसपी दोनों फरार है। जब तक डीएम एसपी नहीं आते है तबतक गेट के पास ही हम लोग बैठने का काम करेंगे। हालांकि, बाद में डीडीसी ने उन्हंे समझा बुझाकर शांत कराया। प्रतिनिधिमंडल ने डीडीसी को अपना मांग पत्र भी सौंपा।
पूर्व नक्सली व सुभासपा नेता आजाद पासवान के हत्यारों की गिरफ्तारी के लिए बुधवार को सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी तथा भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं ने बक्सर में आक्रोश मार्च निकाला। किला मैदान से निकला यह आक्रोश मार्च समाहरणालय गेट पर पहुंच जोरदार प्रदर्शन कर जाम कर दिया और जमकर पुलिस प्रशासन मुर्दाबाद व अपराधियों को फांसी दो के नारे लगाए गए। हालांकि डीएम अंशुल अग्रवाल मौजूद नहीं थे। समाहरणालय का गेट बंद था सुरक्षा प्रहरी अंदर ड्यूटी पर मौजूद थे। आक्रोश मार्च में शामिल कार्यकर्ताओं द्वारा कहा जा रहा था, जब तक डीएम-एसपी से वार्ता नहीं होगा तब तक कार्यकर्ता गेट पर मौजूद रहेंगे। बता दें कि सात अगस्त को घर से डुमरांव के लिए निकले पूर्व नक्सली सह सुभासपा नेता आजाद पासवान की परसागंडा के समीप पुलिया के पास नाजदों नेे गोली मार दी थी, जिनकी इलाज के दौरान छह दिन बाद मौत हो गई थी। दूसरे दिन आक्रोशित कार्यकर्ताओं द्वारा परिजनों के साथ ज्योति चौक बक्सर में शव रख जाम कर दिया था। जहां उन्हें प्रशासन द्वारा जल्द गिरफ्तारी सहित अन्य मांगों को पूरा किये जाने का आश्वासन दिया गया था। मगर, अब तक एक भी गिरफ्तारी न होने कार्यकर्ताओं ने आक्रोश मार्च निकाला। आक्रोश मार्च में शामिल भीम आर्मी के प्रदेश अध्यक्ष अमर ज्योति ने कहा की हमारे समाज के आन बान शान थे आजाद पासवान उनकी हत्या कर दी गई और आज तक एक भी अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं की गई। उनके परिवार को सुरक्षा मुहैया नहीं कराया गया। उनके परिवार को कोई भी हथियार का लाइसेंस नहीं दिया गया। जो यह दिखाता है कि शासन और प्रशासन का इकबाल खत्म हो गया है जिले में अपराधियांे का मनोबल बढ़ा हुआ है। जब न्याय मांगने के लिए डीएम कार्यालय पहुंचे हुए है तो डीएम और एसपी दोनों फरार है। जब तक डीएम एसपी नहीं आते है तबतक गेट के पास ही हम लोग बैठने का काम करेंगे। हालांकि, बाद में डीडीसी ने उन्हंे समझा बुझाकर शांत कराया। प्रतिनिधिमंडल ने डीडीसी को अपना मांग पत्र भी सौंपा।