प्रार्थना सभा के दौरान राजकीय +2 उच्च विद्यालय नैनीजोर में शिक्षकों की भिड़ंत, विभाग ने कार्रवाई के संकेत दिए

ब्रह्मपुर प्रखंड के राजकीय +2 उच्च विद्यालय नैनीजोर में शुक्रवार की सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब बच्चों की प्रार्थना सभा के दौरान दो शिक्षक उपस्थिति पंजी को लेकर आपस में भिड़ गए। विद्यालय परिसर में बच्चों के सामने लाठी-डंडे, लात-घूसों का चलना गंभीर अनुशासनहीनता का उदाहरण बन गया, जिससे न केवल बच्चे सहम गए बल्कि आसपास के लोग भी विद्यालय व्यवस्था पर सवाल उठाने लगे।

प्रार्थना सभा के दौरान राजकीय +2 उच्च विद्यालय नैनीजोर में शिक्षकों की भिड़ंत, विभाग ने कार्रवाई के संकेत दिए

केटी न्यूज/ब्रह्मपुर

ब्रह्मपुर प्रखंड के राजकीय +2 उच्च विद्यालय नैनीजोर में शुक्रवार की सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब बच्चों की प्रार्थना सभा के दौरान दो शिक्षक उपस्थिति पंजी को लेकर आपस में भिड़ गए। विद्यालय परिसर में बच्चों के सामने लाठी-डंडे, लात-घूसों का चलना गंभीर अनुशासनहीनता का उदाहरण बन गया, जिससे न केवल बच्चे सहम गए बल्कि आसपास के लोग भी विद्यालय व्यवस्था पर सवाल उठाने लगे।

सूत्रों के अनुसार, उपस्थिति पंजी पर हस्ताक्षर बनाने को लेकर शुरू हुआ मामूली विवाद धीरे-धीरे गरम बहस में बदल गया और देखते ही देखते शारीरिक शिक्षक कौशल किशोर शर्मा तथा अन्य शिक्षक आपस में उलझ पड़े। विवाद इतना बढ़ा कि उपस्थिति पंजी फाड़ने तक की नौबत आ गई। हाथापाई में दोनों पक्ष के लोगों को चोटें आईं। आरोपित शारीरिक शिक्षक कौशल किशोर शर्मा भी घायल हो गए, जिन्हें इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रघुनाथपुर भेजा गया।

घटना के बाद विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक दिनेश कुमार पांडे ने नैनीजोर थाना में लिखित आवेदन देकर इस मामले की शिकायत की है। उन्होंने आरोप लगाया कि मना करने पर शिक्षकों द्वारा लाठी-डंडे से हमला किया गया तथा विद्यालय की आवश्यक दस्तावेजों को नुकसान पहुंचाया गया।मामले की सूचना मिलते ही शिक्षा विभाग के अधिकारी सक्रिय हो गए।

जिला शिक्षा पदाधिकारी संदीप रंजन ने बताया कि पूरी घटना की जांच कराई जाएगी और दोषी पाए जाने वाले शिक्षकों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।गौरतलब है कि इस विद्यालय में पहले भी शिक्षकों के बीच विवाद और मारपीट की घटनाएं सामने आती रही हैं, लेकिन विभागीय स्तर पर ठोस कार्रवाई न होने के कारण ऐसे मामलों में लगातार वृद्धि देखी जा रही है। आज की घटना ने फिर इस स्कूल की शैक्षणिक अनुशासन और स्कूल प्रबंधन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।