अपर मुख्य सचिव केके पाठक के जाते ही स्कूलों से गायब होने लगे शिक्षक, जांच में खुलासा

अपर मुख्य सचिव केके पाठक के जाते ही स्कूलों से गायब होने लगे शिक्षक, जांच में खुलासा

-  सिमरी बीपीएम के जांच में दो दिनों से बंद मिला मध्य विद्यालय कठार, स्कूल का ताला खोल गायब थे प्रधानाध्यापक

केटी न्यूज/डुमरांव

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक ने शिक्षकों पर सख्त कार्रवाईयों से उन्हें सुबह 9 से शाम पांच बजे तक स्कूल में बने रहने तथा शिक्षण कार्य को गुणवत्तापूर्ण संचालित करने पर मजबूर किया था। लेकिन उनके छुट्टी पर जाते शिक्षा विभाग की कार्यशैली पुराने ढर्रे पर आ गई है। सिर्फ शिक्षक ही स्कूलों से नहीं गायब हो रहे है बल्कि पूरा स्कूल ही बंद मिल रहा है

इसकी बानगी शुक्रवार को मध्य विद्यालय कठार में सिमरी बीपीएम मो. कौशर के जांच में मिला। बीपीएम ग्रामीणों की शिकायत पर इस विद्यालय की जांच करने सुबह साढ़े दस से पौने ग्यारह के बीच गए थे। इस दौरान विद्यालय के मुख्य गेट का ताला तो खुला था, लेकिन अंदर जाने पर कार्यालय में ताला लटका मिला। जाहिर है प्रधानाध्यापक समेत सभी शिक्षक गायब थे।

हालांकि बीपीएम ने जब फोन पर प्रधानाध्यापक श्याम नारायण ओझा से बात की तो वे कई बहाना बनाते हुए आधा घंटा के अंदर स्कूल में आ गए। लेकिन बीपीएम के रहने तक विद्यालय में तैनात 17 में से एक भी शिक्षक नहीं आ सकें। बीपीएम ने इसे गंभीर मामला बताते हुए तत्काल सिमरी बीईओ त्रिलोकीनाथ पांडेय तथा वरीय पदाधिकारियों को इसकी सूचना दी। हालांकि प्रधानाध्यापक ने बताया कि वे अवकाश पर थे। 

शीतलहर के चलते डीएम ने स्थगित किया है पठन-पाठन 

बता दें जिले में पड़ रही कड़ाके की ठंड के कारण डीएम अंशुल अग्रवाल ने 20 जनवरी तक वर्ग एक से आठ तक की कक्षाओं की छुट्टी कर दी है। लेकिन शिक्षकों को सुबह 9 बजे से शाम पांच बजे तक विद्यालय में बने रहने का निर्देश दिया गया है।

लेकिन, मध्य विद्यालय कठार के शिक्षक डीएम तथा शिक्षा विभाग के इस आदेश की धज्जियां उड़ा रहे है। जिसका प्रमाण शुक्रवार को देखने को भी मिला। जाहिर है अपर मुख्य सचिव के छुट्टी पर जाते ही शिक्षकों में विभागीय निर्देश तथा प्रशासनिक अधिकारियों के फरमान को कोई असर नहीं रह गया है। अब देखना है कि विभाग ऐसे लापरवाह शिक्षकों पर क्या कार्रवाई कर रहा है। 

कहते है डीईओ

शिक्षकों का स्कूल से गायब होना गंभीर मामला है। इसकी जानकारी मिली है, पूरी रिपोर्ट मंगवाया गया है। लापरवाह शिक्षकों का वेतन रोकने के साथ ही उनपर विभागीय कार्रवाई की जाएगी। - अनिल कुमार द्विवेदी, जिला शिक्षा पदाधिकारी, बक्सर