रिमझिम फुहारों के साथ मानसून ने दी दस्तक, किसानों की जगी उम्मीद

मंगलवार को जिले में रिमझिम फुहारों के साथ ही मानसून की शुरूआत हो गई। हालाकि, बारिश बहुत हल्की हुई, बावजूूद इस बारिश से मानसून की दस्तक होने से किसानों के चेहरे खिल गए है। किसानों का कहना है कि 22 जून से आद्रा नक्षत्र शुरू हो रहा है। जो किसान रोहिणी में बिचड़ा डाले है

रिमझिम फुहारों के साथ मानसून ने दी दस्तक, किसानों की जगी उम्मीद

-- 22 जून से शुरू होगा आद्रा नक्षत्र, समय पर मानसून की शुरूआत होने से बेहतर होगा धान का उत्पादन

केटी न्यूज/बक्सर

मंगलवार को जिले में रिमझिम फुहारों के साथ ही मानसून की शुरूआत हो गई। हालाकि, बारिश बहुत हल्की हुई, बावजूूद इस बारिश से मानसून की दस्तक होने से किसानों के चेहरे खिल गए है। किसानों का कहना है कि 22 जून से आद्रा नक्षत्र शुरू हो रहा है। जो किसान रोहिणी में बिचड़ा डाले है

वे आद्रा में रोपनी की शुरूआत करेंगे, जबकि जो किसान अभी तक बिचड़ा नहीं डाल पाए है वे बिचड़ा डालेंगे। धान की फसल के लिए मानसून का सक्रिय होना जरूरी है। अभी तक मौसम जिस कदर तल्ख हो रहा था तथा हीट वेब चल रही थी, उससे किसानों की चिंता बढ़ गई थी। किसानों को बिचड़ा बचाने के लिए जद्दोजोहद करनी पड़ रही थी।

किसानों की मानें तो मानसून समय पर आने से धान का उत्पादन बेहतर होता है। वैसे भी जिले के दक्षिणी हिस्से को धान का कटोरा कहा जाता है। किसान मनोज यादव, संजय यादव, दयाशंकर तिवारी आदि ने बताया कि समय से बारिश होने से धान की पैदावार व उसकी क्वालिटी दोनों बेहतर होती है। 

-- भीषण गर्मी से मिली राहत

वहीं, दोपहर बाद आकाश में बादल छाने, ठंडी हवा चलने तथा हल्की बारिश होने से भीषण गर्मी से राहत मिल गई है। बता दें कि पिछले एक  महीने से लोग भीषण गर्मी से परेशान थे। हीट वेब के कारण लोगों का बुरा हाल हो गया था। मौसम में आए इस बदलाव ने लोगों को हीट वेब से राहत दिला दिया है। तापमान कम होने से लोगों ने राहत की सांस ली है।