ई किसान भवन में किसान संगोष्ठी का हुआ आयोजन

कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण बक्सर के तत्वावधान में गुरुवार को प्रखंड स्थित ई किसान भवन के प्रांगण में किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रखंड क्षेत्र से सैकड़ों की संख्या में किसान उपस्थित हुए और आधुनिक कृषि तकनीक, सरकारी योजनाओं व अनुसंधान आधारित खेती की जानकारी प्राप्त की।कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड कृषि पदाधिकारी शिवम वर्मा ने की, जबकि संचालन कृषि समन्वयक हरिचन्द्र पासवान द्वारा किया गया।

ई किसान भवन में किसान संगोष्ठी का हुआ आयोजन

केटी न्यूज/केसठ। 

कृषि प्रौद्योगिकी प्रबंध अभिकरण बक्सर के तत्वावधान में गुरुवार को प्रखंड स्थित ई किसान भवन के प्रांगण में किसान संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में प्रखंड क्षेत्र से सैकड़ों की संख्या में किसान उपस्थित हुए और आधुनिक कृषि तकनीक, सरकारी योजनाओं व अनुसंधान आधारित खेती की जानकारी प्राप्त की।कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रखंड कृषि पदाधिकारी शिवम वर्मा ने की, जबकि संचालन कृषि समन्वयक हरिचन्द्र पासवान द्वारा किया गया। संगोष्ठी का आयोजन जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान एवं अनुसंधान के मूल मंत्र को केंद्र में रखकर किया गया।

कार्यक्रम का शुभारंभ उपस्थित पदाधिकारियों द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया। इस अवसर पर प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि बदलते समय में परंपरागत खेती के साथ साथ वैज्ञानिक पद्धतियों को अपनाना अत्यंत आवश्यक है। उन्नत बीज, संतुलित उर्वरक, मृदा जांच, कीट-रोग प्रबंधन और जल संरक्षण जैसी तकनीकों से उत्पादन बढ़ाया जा सकता है। उन्होंने किसानों से सरकारी योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ उठाने की अपील की।वहीं कृषि समन्वयक ने आत्मा योजना के अंतर्गत संचालित विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों, किसान हितैषी योजनाओं और अनुदान की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि अनुसंधान आधारित खेती से लागत घटाकर किसानों की आमदनी बढ़ाई जा सकती है।

संगोष्ठी में उपस्थित किसानों ने भी अपनी समस्याएं रखीं और विशेषज्ञों से समाधान प्राप्त किया। कार्यक्रम के अंत में किसानों को उन्नत कृषि अपनाने और वैज्ञानिक सलाह के अनुसार खेती करने का संकल्प दिलाया गया। संगोष्ठी को किसानों के लिए उपयोगी और ज्ञानवर्धक बताया गया।मौके पर बीटीएम डॉ प्रफुल्ल कुमार, लेखपाल प्रफुल्ल कुमार, किसान सलाहकार अमरेंद्र प्रसाद, रितेश कुमार, विजय कुमार समेत अन्य थे। इसी कड़ी में संगोष्ठी के दौरान देश में सुशासन की अवधारणा पर भी चर्चा की गई।

वक्ताओं ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती के अवसर पर मनाए जा रहे सुशासन दिवस का उद्देश्य पारदर्शी, जवाबदेह और किसान हितैषी प्रशासन को मजबूत करना है। किसानों तक योजनाओं का सीधा लाभ पहुंचना ही सुशासन का वास्तविक स्वरूप है। वक्ताओं ने केंद्र व राज्य सरकार द्वारा किसानों के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं की चर्चा करते हुए कहा कि वैज्ञानिक खेती, तकनीक और प्रशासनिक सहयोग से ही कृषि क्षेत्र को सशक्त बनाया जा सकता है।