ओंम नमः शिवाय व हर हर महादेव के नारों से गूजता रहा जिला, अंतिम सोमवारी पर उमड़ा था आस्था का सैलाब
- सावन के अंतिम सोमवारी पर विभिन्न शिवालयों में लाखों श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेक
- शिव मंदिरों में पूरे दिन चलते रहा रूद्राभिषेक, पार्थिव पूजन व महामृत्युजय का जाप
केटी न्यूज/बक्सर
पवित्र सावन मास के अंतिम सोमवारी पर जिलेभर के शिवालयों में आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा था। शिवभक्तों का उल्लास व उमंग ऐसा कि पूरे दिन जिले के चप्पे चप्पे पर ओं नमः शिवाय व हर हर महादेव के नारे गूंज रहे थे। अहले सुबह से दिन के ग्यारह बजे तक शिवालयों में जलाभिषेक करने वाले श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। इसके बाद शुरू हुआ पार्थिव पूजन, रूद्राभिषेक व महामृत्युंजय मंत्र का जाप। यह पूरे दिन चला। अंतिम सोमवारी पर पूरे दिन शिवालयों में शिवभक्तों की भारी भीड़ लगी रही। आकर्षण का केन्द्र ब्रह्मपुर स्थित बाबा ब्रह्मेश्वर नाथ मंदिर रहा।
जहां एक अनुमान के मुताबिक अंतिम सोमवारी पर 50 हजार से अधिक श्रद्धालुओं ने जलाभिषे किया। सबसे अधिक भीड़ कांवरिए शिवभक्तों की थी। बक्सर के रामरेखा घाट से गंगाजल लेकर करीब 42 किलोमीटर की दूरी पैदल तय कर कांवरिए शिवभक्त अहले सुबह से ही मंदिर में आने लगे थे। इसके पहले पूरी रात एनएच 922 पर बक्सर से ब्रह्मपुर के बीच कांवरियों का आना जाना लगा रहा। कांवरियों के भारी भीड़ से एनएच 922 तथा बक्सर शहर केसरियां कपड़ो से पट गया था।
काबिले तारीफ से मंदिर में प्रशासनिक व्यवस्था
अंतिम सोमवारी पर ब्रह्मपुर के बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ शिव मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद प्रशासन को पहले से ही थी। जिस कारण प्रशासन द्वारा विधि व्यवस्था को लेकर पुख्ता व्यवस्था किया गया था। कई जगहों पर ड्राप गेट बनाकर वाहनों के प्रवेश को रोका गया था। इसके अलावे प्रशासन द्वारा वॉच सेंटर बना निगरानी की जा रही थी। वही मंदिर पूजा समिति के सदस्य भी मंदिर परिसर में भीड़ नियंत्रित करने में पुलिस के जवानों का सहयोग करते रहे।
अन्य शिवालयों में भी उमड़े रहे श्रद्धालु
बाबा ब्रह्मेश्वरनाथ मंदिर के अलावे बक्सर के गौरीशंकर मंदिर, नाथ बाबा मंदिर, रामेश्वर मंदिर, डुमरांव के जंगलीनाथ शिव मंदिर, लंगटू महादेव मंदिर, महरौरा शिव मंदिर, महाकाल शिव मंदिर, काली आश्रम व रेलवे स्टेशन के पंच मंदिर में स्थापित शिव मंदिरों के अलावे कचइनियां के कंचनेश्नेश्वर शिव मंदिर, मुंगाव के मुंगेश्वरनाथ, नया भोजपुर के झरनेश्वरनाथ
शिव मंदिर समेत अन्य शिवालयों में शिवभक्तों ने रूद्राभिषेक, जलाभिषेक, पार्थिव पूजन आदि विधानों से महादेव की पूजा अर्चना की। शिवभक्तों द्वारा महादेव को प्रसन्न करने क लिए विल्व पत्र, शमी पत्र, भांग, धतूरा, दूब, चंदन, अक्षत, रोरी, पुष्प आदि चढ़ाए जा रहे थे।