विराट कलश यात्रा के साथ शुरू हुआ गायत्री शक्तिपीठ का वार्षिकोत्सव समारोह
केटी न्यूज/बक्सर
शुक्रवार को गायत्री शक्तिपीठ बक्सर का वार्षिक समारोह धूम धाम से शुरू हुआ। गायत्री नगर सेंट्रल जेल रोड, बक्सर से सैकडों श्रद्धालु बहनों द्वारा सिर पर कलश रखकर नगर में शोभायात्रा निकाली गई। जलभरी के दौरान हम बदलेंगे-युग बदलेगा हम सुधरेंगे-युग सुधरेगा के नारों से पूरा शहर गूंज रहा था। बच्चो और बच्चियों द्वारा झंडा पताका लेकर नशा विरोधी नारे भी लगाए जा रहे थे। नशा न करना मान लो कहना प्यारे भाई बहना होगी बड़ी खराबी गीत सब लोगों के अंतर कारण को छू लिया।
गायत्री परिवार का यह कार्यक्रम प्रतिवर्ष दिसंबर माह में आयोजित किया जाता है। यह कार्यक्रम बक्सर के गौरव गरिमा को बढ़ाने वाला कार्यक्रम है। गायत्री शक्तिपीठ के मुख्य प्रबंध ट्रस्टी रामानंद तिवारी ने बताया कि यह कार्यक्रम विश्वामित्र एवं गायत्री महोत्सव के रूप में गायत्री शक्तिपीठ द्वारा मनाया जाता है। यह धरती विश्वामित्र की तपस्थली है एवं गायत्री की तपोभूमि है, इस बात को दुनिया में बताने के लिए गायत्री शक्तिपीठ बक्सर कटिबद्ध है।
उन्होंने कहा कि हमारी पहचान विश्वामित्र की तपोभूमि के रूप में है। जिसे जन-जन में पहुंचाने के लिए एवं बक्सर की गौरव गरिमा को बढ़ाने के लिए हम सब इस महोत्सव को हर साल मानते हैं श्री तिवारी ने बताया की वास्तव में विश्वामित्र का महोत्सव या बक्सर का महोत्सव गायत्री यज्ञ के रूप में ही मनाया जाना उचित है।
क्योंकि विश्वामित्र गायत्री के मंत्र द्रष्टा ऋषि हैं। संध्याकालीन सत्र में युग संगीत एवं प्रज्ञा पुराण की कथा द्वारा शांतिकुंज से आए हुए प्रज्ञा पुत्रों ने सबका मन मोह लिया। यह महोत्सव 16 एवं 17 तक चलेगा जिसमें 16 को मूर्तियों का दशविध स्नान श्रृंगार, देव पूजन एवं नौ कुंडीय यज्ञशाला में गायत्री महायज्ञ संपन्न होगा। संध्या समय विराट दीप महायज्ञ होगा। 17 दिसंबर को यज्ञ संस्कार एवं संकल्प गोष्ठी के साथ महाप्रसाद लेकर महोत्सव का समापन हो जाएगा।