दीक्षा की सफलता से पूरे बक्सर वासियों को है गर्व - डॉ. पीके पांडेय

आईईएसएम, बक्सर ने किया बक्सर की बेटी दीक्षा को सम्मानित, अंतर्राष्ट्रीय वुशु चैपिंयनशीप में गोल्ड जीत दीक्षा ने किया है बक्सर का नाम रौशन

दीक्षा की सफलता से पूरे बक्सर वासियों को है गर्व - डॉ. पीके पांडेय

केटी न्यूज/बक्सर

बक्सर की बेटी दीक्षा ने जार्जियां के बटुमी शहर में आयोजित एशियाई वुशु चैंपियनशीप में गोल्ड मेडल जीत बक्सरवासियों को गौरवान्वित कर दिया है। दीक्षा इस खेल की असली सिपाही है तथा सीमित संसाधन व कस्बाई इलाके से निकल अंतर्राष्ट्रीय फलक पर बक्सर का नाम रौशन कर अपने खेल कौशल व प्रतिभा का झंडा बुलंद किया है। उक्त बातें बक्सर के चर्चित शिशु रोग विशेषज्ञ व आईईएसएम शाहाबाद के चेयरमैन पूर्व मेजर डॉ. पीके पांडेय ने कही। अवसर था मंगलवार को मां मुंडेश्वरी अस्पताल में वुशु की गोल्डमेडलिस्ट बक्सर की बेटी दीक्षा के सम्मान का। 

बता दें कि आईईएसएम, बक्सर ने बक्सर की बेटी व महदह निवासी दीक्षा अंतरराष्ट्रीय वुशु प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीतने पर समारोह आयोजित कर सम्मानित किया। मां मुंडेश्वरी अस्पताल में आयोजित इस सम्मान समारोह में दीक्षा को अंग वस्त्र, मोमेंटो और माल्यार्पण से सम्मानित किया गया। 

दीक्षा को सम्मानित करते हुए डॉ. पीके पांडेय ने कहा कि अभी और अपनी मंजिल को ऊंचे मुकाम तक पहुंचाना है और स्वर्ण पदक की ढेरी लगाना है। उन्होंने आईईएसएम की तरफ से दीक्षा को हार्दिक बधाई दी। दीक्षा ने भी बताया कि वुशु की खेल में बेहतर करने की प्रेरणा हमे अपने पिताजी से मिला है। दीक्षा ने आईईएसएम, बक्सर की तारीफ की और बोली कि देश के जांबाज सैनिकों के हाथों जो सम्मान मिला है, उसे कभी नहीं भूलूंगी। 

मौके पर उप सभापति सूबेदार मेजर द्वारिका पांडेय, जिला उपाध्यक्ष सूबेदार विद्या सागर चौबे, लेफ्टिनेंट आरबी ओझा, जिला कोषाध्यक्ष सूबेदार मेजर आरबी सिंह, उप कोषाध्यक्ष पेटी ऑफिसर सुरेंद्र सिंह, कार्यकारिणी चेयरमैन कैप्टन संजय पाठक, सचिव नायब सूबेदार हरेंद्र मिश्र, उप चेयरमैन बलि राम मिश्र, मीडिया प्रभारी नायब सूबेदार ताराबाबू, संतोष पाण्डेय, संयोजक रामनाथ सिंह, उप संयोजक भरत मिश्र, सूबेदार राजेंद्र चौबे, कैप्टन अशोक उपाध्याय, जगनारायण साहू, श्रीकिशुन श्रीवास्तव, राम विलास ओझा, विजय ओझा, सत्यानंद पांडेय, धर्म राज त्रिपाठी, धनंजय दुबे, राधा मोहन राय समेत कई अन्य मौजूद थे।