16 साल बाद कृष्णानंद राय हत्याकांड में परिजनों को मिला इन्साफ मुख्तार अंसारी को दस बसपा सांसद अफजाल अंसारी को चार साल की कोर्ट ने सुनाई सजा
केटी न्यूज / गाजीपुर
बसपा सांसद अफजाल अंसारी और माफिया मुख्तार अंसारी पर गैंगस्टर के मामले में शनिवार को एमपी/एमएलए कोर्ट में फैसला सुनाते हुए विद्वान न्यायाधीश ने मुख्तार अंसारी को दोषी पाते हुए 10 वर्ष का कारावास और पांच लाख का अर्थदंड लगाया है।
जबकि इसी मामले में सांसद अफजाल अंसारी को 4 साल की सजा सुनाई है। वहीं एक लाख का जुर्माना लगाया गया है। सजा सुनाने के बाद कड़ी सुरक्षा के बीच गाजीपुर जेल भेज दिया गया। 30 दिन के अंदर हाईकोर्ट में फैसला के खिलाफ अपील कर सकते है। बता दें कि न्यायाधीश के अवकाश पर रहने के कारण बीते 15 अप्रैल को फैसला नहीं आ सका था। वर्ष 2007 में पूर्व विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के इस मामले में बीते एक अप्रैल को बहस और सुनवाई पूरी कर ली गयी थी और 15 अप्रैल को फैसला आना था।
इस प्रकरण में अफजाल अंसारी व मुख्तार अंसारी के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट के तहत एमपी/एमएलए कोर्ट में चल रहे इस केस में बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय हत्याकांड केस गैंग चार्ट में शामिल है। वहीं नन्द किशोर रूंगटा के अपहरण और हत्या का केस भी गैंग चार्ट में शामिल है
29 नवंबर 2005 को गाजीपुर के भांवरकोल थाना अंतर्गत सियाड़ी गांव में भाजपा विधायक कृष्णानंद राय सहित सात लोगों पर एके-47 जैसे अत्याधुनिक असलहों से लगभग 400 राउंड से ज्यादा फायरिंग कर उनकी हत्या कर दी गई थी। इस प्रकरण में मुकदमा दर्ज होने के बाद कोर्ट में मामला चल रहा था। फैसला ने के बाद बाहुबली मुख्तार अंसारी एवं बसपा सांसद अफजाल अंसारी के समर्थकों में मायूसी है।
स्वर्गीय विधायक कृष्णा नंद राय की पत्नी अलका राय को थी उम्मीद मिलेगा इंसाफ
अंसारी बंधुओ के खिलाफ फैसला आने से पहले स्व.विधायक कृष्णानंद राय की पत्नी अलका राय ने उम्मीद जताई थी कि उनके पति के साथ न्याय होगा और कोर्ट से फैसला उनके हक में आयेगा। अल्का राय ने कहा था कि मुझे कोर्ट के फैसले पर विश्वास है। अल्का राय ने ये भी उम्मीद जताई थी कि आनेवाला समय मे गुंडा माफिया का राज खत्म हो जाएगा। माफिया या तो जेल में होंगे या ऊपर उठ जाएंगे।
बीजेपी विधायक कृष्णानंद राय पर चली थी 500 राउंड गोलियां
जानकारों के अनुसार 29 नवंबर 2005 को जब मोहम्मदाबाद से बीजेपी के तत्तकालीन विधायक कृष्णानंद राय को गोलियां से भून हत्या कर दी गई थी। कृष्णानंद राय पर 500 राउंड गोलियां चलीं और उनके शरीर में 65 गोलियों लगी थी। अपराधियों के द्वारा पूरा शरीर गोलियों से छलनी कर दिया गया था। इस घटना में AK-47 का इस्तेमाल किया गया था।
क्रिकेट मैच में शामिल होने जा रहे थे विधायक कृष्णानंद
घटना के दिन गाजीपुर के गोडसर गांव में शाम का वक्त था। विधायक कृष्णानंद राय एक क्रिकेट मैच टूर्नामेंट में जाने वाले थे। मैच के आयोजकों ने उन्हें मुख्य अतिथि बनाया था। बगल के गांव में ही कार्यक्रम था इसलिए विधायक कृष्णानंद राय बिना बुलेटप्रूफ गाड़ी लिये ही निकल पड़े। ये एक लापरवाही विधायक कृष्णानंद राय के लिए उनके जीवन की सबसे बड़ी भूल साबित हुई। रास्ते में मुख्तार अंसारी के लोगों ने उनकी गाड़ी को घेर लिया और ताबड़तोड़ गोलियां बरसानी शुरु कर दी। इस हत्याकांड ने मुख्तार अंसारी और उसके भाई अफजाल अंसारी को आरोपी बनाया गया था। इस हत्याकांड ने मुख्तार अंसारी को एक कुख्यात अपराधी के तौर पर मशहूर कर दिया।