पैसे लेन.देने के विवाद में सुपारी देकर कराइ गयी थी हत्याए दो मुख्य आरोपित गिरफ्तार

पैसे लेन.देने के विवाद में सुपारी देकर कराइ गयी थी हत्याए दो मुख्य आरोपित गिरफ्तार

पैसे देने के बहाने फोन कर बुलाक के कर्मी अंगद यादव को मारी गयी थी तीन गोलियां 

केटी न्यूज/आरा

मुफस्सिल थाना क्षेत्र के शोभी डुमरा गांव के पास बाबू बाजार चरपुलवा निवासी प्राइवेट कर्मचारी अभिषेक कुमार उर्फ अंगद यादव की हत्या की गुत्थी पुलिस द्वारा सुलझा दी गयी है। इस मामले में दो मुख्य आरोपितों को गिरफ्तारी भी कर लिया गया है। इनमें शाहपुर थाना क्षेत्र के महरजा गांव निवासी विशाल सिंह और कृष्णगढ़ ओपी क्षेत्र के घाघर गांव निवासी पिकुल सिंह शामिल हैं।

इनमें विशाल सिंह फिलहाल नवादा थाना क्षेत्र के कतीरा मोहल्ले में रहता था। पैसे के लेन.देने के विवाद में सुपारी देकर अंगद यादव की हत्या की गयी थी। उसके लिए दो लाख रुपए में सुपारी की थी गयी थी। एडवांस के रूप में 50 हजार दिये गये थे। एसपी प्रमोद कुमार यादव की ओर से मंगलवार को प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि चार फरवरी की शाम नगर थाना क्षेत्र के बाबू बाजार चरपुलवा निवासी अभिषेक कुमार उर्फ अंगद यादव को

फोन कर मुफस्सिल थाना क्षेत्र के शोभी डुमरा गांव के पास बुलाने के बाद गोली मार हत्या कर दी गयी थी। उसे लेकर उसके भाई हरेंद्र यादव के बयान पर अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी। हत्या कांड के खुलासे और आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर एएसपी परिचय कुमार के नेतृत्व में विशेष टीम गठित की गयी थी। टीम द्वारा तकनीकी सूत्र के जरिए आरोपितों की पहचान की गयी।

उसके बाद मुख्य आरोपित विशाल कुमार और पिकुल कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में विशाल कुमार ने बताया गया कि उसने अंगद यादव से काफी पैसे लिया था। अंगद बार बार पैसे मांग रहा था। उसे लेकर उसने अंगद यादव की हत्या की साजिश रची थी। उसके लिए दो लाख रुपए नगद शूटर हायर किये गये थे। एडवांस के तौर पर शूटरों को

पचास रुपए भी दिए गए थे। उसके बाद चार फरवरी को पैसे देने के बहाने शोभी डुमरा गांव के पास बुलाने के बाद गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी। दो आरोपित अभी फरार चल रहे हैं। उनकी गिरफ्तारी को छापेमारी की जा रही है। दोनों की गिरफ्तारी के बाद हथियार की जानकारी मिल सकेगी। टीम में थानाध्यक्ष राजीव रंजन सिन्हाए दारोगा सुमन कुमारए रामकुमार और डीआईयू के अफसर एवं जवान शामिल थे।