खान-पान की गड़बड़ी व दूषित जल के सेवन से बढ़ रही है पत्थरी की समस्या - डॉ. अरूण कुमार

भोजन में तेल मसालों का अधिक प्रयोग तथा फास्ट फूड के सेवन के साथ ही दूषित जल पीने से गाल ब्लेडर स्टोन की समस्या बढ़ रही है। यह कहना है शहर के सुमित्रा कॉलेज पथ स्थित कुमार अर्थोपेडिक के प्रसिद्ध चिकित्सक तथा पेट रोग विशेषज्ञ ( जेनरल एवं लेप्रोस्कोपिक सर्जन ) डॉ अरूण कुमार का।

खान-पान की गड़बड़ी व दूषित जल के सेवन से बढ़ रही है पत्थरी की समस्या - डॉ. अरूण कुमार

-- पेट रोग विशेषज्ञ ( जेनरल एवं लेप्रोस्कोपिक सर्जन ) डॉ अरूण कुमार ने दी जानकारी

-- बोले खान पान में सुधार व स्वच्छ जल का सेवन करना है जरूरी

केटी न्यूज/डुमरांव

भोजन में तेल मसालों का अधिक प्रयोग तथा फास्ट फूड के सेवन के साथ ही दूषित जल पीने से गाल ब्लेडर स्टोन की समस्या बढ़ रही है। यह कहना है शहर के सुमित्रा कॉलेज पथ स्थित कुमार अर्थोपेडिक के प्रसिद्ध चिकित्सक तथा पेट रोग विशेषज्ञ ( जेनरल एवं लेप्रोस्कोपिक सर्जन ) डॉ अरूण कुमार का। 

उन्होंने केशव टाइम्स को दिए विशेष भेंट में बताया कि वर्तमान समय में हमारा रहन सहन तथा खान पान तेजी से बदला है। आज के लोग फास्ट फूड के साथ ही भोजन में तेल मसालों का अधिक प्रयोग कर रहे है, जिस कारण पत्थरी की समस्या बढ़ रही है। उन्होंने बताया कि इसके अलावे दूषित पेयजल भी इस बीमारी को बढ़ाने में सहायक है, खासकर गंगा के तटवर्तीय इलाकों में जहां पानी में आर्सेनिक व फ्लोराइड की मात्रा अधिक होती है,

उस इलाके में दूषित पेयजल ही इस बीमारी का मुख्य कारण है। डॉ. अरूण ने बताया कि गाल ब्लेडर में मुख्यतः चार कारणों से स्टोन बनते है। उन्होंने बताया कि छोटे बच्चों में मुख्यतः यह बीमारी ब्लड रिलेटेड होती है, इसे मेडिकल साइंस में हिमोलाइटिक डिसऑर्डर ( खून का टूटना ) कहते है। इसके अलावे यदि कोई व्यक्ति अपना वजन कम समय में या यह कहे कि तेजी से घटा ले तो पित्त की थैली में पत्थरी बनने की संभावना बढ़ जाती है।

वहीं, दूषित जल पीने से भी पित्त की थैली की पत्थरी हो सकती है, इसे मिक्स टाइप स्टोन कहते है।  उन्होंने बताया कि हमे अपने दिनचर्या व खान-पान पर विशेष ध्यान देना चाहिए। खासकर नानवेज, अधिक तेल मसाले वाले खाद्य पदार्थ तथा फास्ट-फूड खाने से बचना चाहिए तथा शुद्ध पेयजल पीना चाहिए। उन्होंने कहा कि तटीय इलाके के लोगों को आरओ का पानी पीने की सलाह दी। 

इसके अलावे भी उन्होंने कई अन्य रोगों पर चर्चा की और बताया कि दिनचर्या को नियमित कर तथा संतुलित भोजन लेकर हम कई बीमारियों से बचाव कर सकते है।