नगर परिषद में व्याप्त धांधली को मुख्यमंत्री के समक्ष रखा जाएगा
नगर परिषद डुमरांव में लगभग एक सौ योजनाओं पर काम चल रहा है। काई ऐसी योजना नहीं है, जो मानक के अनुसार बन रही है। बन रही नाली की गहराई से लेकर चौड़ाई तक को मनमानी तरीके से बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं सेंट्रल नाला से नाली को जोड़ने का भी काम चल रहा है,
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केटी न्यूज/डुमरांव
नगर परिषद डुमरांव में लगभग एक सौ योजनाओं पर काम चल रहा है। काई ऐसी योजना नहीं है, जो मानक के अनुसार बन रही है। बन रही नाली की गहराई से लेकर चौड़ाई तक को मनमानी तरीके से बनाया जा रहा है। इतना ही नहीं सेंट्रल नाला से नाली को जोड़ने का भी काम चल रहा है,
लेकिन केवल नाम किया जा रहा है। इतना ही नहीं किसी योजना पर प्राक्कलन का बोर्ड नहीं लगाया जा रहा है, जिससे नगरवासी इस बात से अंजान है कि कौन संवेदक है और कितने की प्राक्कलित राशि है। जबिक किसी भी सरकारी योजना पर जब काम होता है तो पहले प्राक्कलन बोर्ड लगाया जाता है,
जिससे लोगों को जानकारी हो कि कहां से कहां तक काम होगा और कितनी राशि खर्च होगी। इतना ही नहीं संवेदक का यदि नाम होगा तो कोई गड़बड़ी होने पर उससे लोग पुछ सकते हैं। जिस मोहल्ले में काम चल रहा है, वहां के लोगों द्वारा शिकायत भी वार्ड पार्षद से लेकर ईओ और चेयरमैन तक की जाती है,
लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। लिहाजा संवेदक मनमानी कार्य करने में कोई परहेज नहीं कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि योजनाओं की यदि जांच होती है तो संवेदक के साथ नप के अधिकारियों व कर्मियों पर गाज गिरना तय है। इसकी शिकायत लोग मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी करने का मन बना लिया है।
सिमरी के केशोपुर में होने वाले प्रगति यात्रा के दौरान नगर परिषद के सारे काले चिट्ठे से उन्हें अवगत कराया जाएगा।