भागवत से बड़ा कोई ग्रंथ नहीं, सुनने वाले को मिलता है मोक्ष- मिथिलेश पाठक

भागवत से बड़ा कोई ग्रंथ नहीं, सुनने वाले को मिलता है मोक्ष- मिथिलेश पाठक
संबोधन करते मिथलेश पाठक

- नेनुआ में आयोजित भागवत कथा ज्ञान सप्ताह संपन्न, लाखों ने ग्रहण किया प्रसाद

केटी न्यूज। डुमरांव ( बक्सर )

ज्ञान और मोक्ष प्राप्ति के लिए भागवत से बड़ा कोई ग्रंथ नहीं है। प्रत्येक घर में इसका नियमित पाठ होना चाहिए। उक्त बातें जिले के चर्चित समाजसेवी मिथिलेश पाठक ने कही। वे डुमरांव प्रखंड के नेनुआ गांव के रामबउरा बाबा मंदिर स्थल पर चल रहे भागवत ज्ञान कथा सप्ताह यज्ञ के पूर्णाहूति पर यज्ञ आयोजन समिति के बुलावे पर आए थे। उन्होंने कहा कि भागवत कथा सबको सुनना चाहिए। इसके पहले उन्होंन नेनुआ के चर्चित रामबउरा बाबा के दर्शन व पूजन किए तथा यज्ञ मंडप की परिक्रमा कर प्रसाद ग्रहण भी किए। उन्होंने कहा कि जिले के युवाओं को एक मंत्र पर लाने तथा उन्हंे रोजगार से जोड़ने के लिए वे संकल्पित है। यही कारण है कि वे गांव-गांव घुम लोगों को अपना उदेश्य समझा रहे है। उन्होंने उपस्थित ग्रामीणों को अपने ड्रीम प्रोजेक्ट के बारे में भी जानकारी दी। गौरतलब है कि नेनुआ गांव में हर साल रामबउरा बाबा का वार्षिकोत्सव मनाया जाता है तथा इस मौके पर यज्ञ का आयोजन होता है।

शनिवार को ही श्रीमद्भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का पुर्णाहुति सह भंडारा के साथ आज यज्ञ का समापन हुआ। कथा वाचक कन्हैया जी उपाध्याय एवं उमेश ओझा ने एक सप्ताह तक भागवत महापुराण की कथा वाचन कर श्रोताओं को भावविभोर कर दिया। डुमरांव के न्यूरो फिजिसियन डॉ ए के मिश्र भी इस यज्ञ में यजमान बने थे। इस यज्ञ के आयोजन से गांव का माहौल भक्तिमय बना हुआ था। इस अवसर पर हजारांे की संख्या में श्रद्धालु एवं गांव के सभी प्रबुद्ध गणमान्य लोग उपस्थित थे। यज्ञ समिति में सुनील पाठक, जितेंद्र तिवारी, उपेन्द्र पाठक, नर्वदेश्वर पाठक, विजय पाठक, पुष्पेंद्र तिवारी, गिरीश पाण्डेय, छोटे तिवारी, त्रिवेणी तिवारी, अनिल कुमार, चन्द्रशेखर तिवारी, शशिभूषण तिवारी आदि मौजूद थे।