कलेक्ट्रेट में मचा भगदड़, सदर एसडीएम ने उठाया डंडा और दो सगे भइयों को पीटा
जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट में उस समय भगदड़ मच गई, जब सदर एसडीएम धीरेंद्र मिश्रा स्वयं डंडा लेकर दो सगे भाइयों को पीटने के लिए दौड़ पड़े। एसडीएम ने दोनों सगे भइयों को जमकर पर पीटा। यहीं नहीं दोनों युवकों को पीटने में चंदन कुमार समेत उनके दो बॉडीगार्ड ने कलेक्ट्रेट के पोटीको से पीटते हुए उन्हें एक कमरे में ले गए और वहां भी उनकी जमकर पिटाई की।
- कलेक्ट्रेट में लगे सीसीटीवी कैमरे में दर्ज है एसडीएम व उनके गार्ड के मारपीट का फुटेज
- दोनों भाइयों पर दर्ज कराई गई प्राथमिकी, हथियार छीनने का लगाया आरोप
- परिजन बोले- कोर्ट पर है पूरा भरोसा, कराएंगे सीसीटीवी फुटेज की जांच
केटी न्यूज/बक्सर
जिला मुख्यालय स्थित कलेक्ट्रेट में उस समय भगदड़ मच गई, जब सदर एसडीएम धीरेंद्र मिश्रा स्वयं डंडा लेकर दो सगे भाइयों को पीटने के लिए दौड़ पड़े। एसडीएम ने दोनों सगे भइयों को जमकर पर पीटा। यहीं नहीं दोनों युवकों को पीटने में चंदन कुमार समेत उनके दो बॉडीगार्ड ने कलेक्ट्रेट के पोटीको से पीटते हुए उन्हें एक कमरे में ले गए और वहां भी उनकी जमकर पिटाई की। घटना के बाद मामले की जानकारी टाउन थाना पुलिस को दी गई।
जहां सूचना पर पहुंची पुलिस ने दोनों युवकों काे हिरासत में लिया और थाने ले गई। जिसके बाद एसडीएम के बॉडी गार्ड के दिए आवेदन पर दोनों सगे भाइयों पर प्राथमिकी दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। यह पूरा माजरा शुक्रवार दोपहर की है। यह घटना कलेक्ट्रेट में आए दर्जनों अधिकारियों व कर्मियों के साथ आम लोगों की सामने की है। जो कलेक्ट्रेट के सीसीटीवी फुटेज में भी कैद है। बताया जाता है कि इटाढ़ी प्रखंड के साथ गांव निवासी दिनेश कुमार, मित्रलोक कॉलोनी में रहते हैं। जो बीएमपी-5 गया के बेला गंज में पदस्थापित हैं। शुक्रवार को उनका छोटा बेटा मोनू कुमार स्टेशन रोड स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा के समीप उसने अपनी कार लगाई।
जैसे ही मोनू कुमार गाड़ी से निकलने के लिए गेट खोला, बगल में जा रहे एक बुजुर्ग अनियंत्रित होकर गिर पड़े। जैसे ही उसने बुजुर्ग को उठाया, तो एसडीएम धीरेंद्र कुमार मिश्र के बॉडीगार्ड चंदन कुमार और एक जवान गाड़ी से उतरे और बिना कुछ पूछे ही मोनू की पिटाई शुरू कर दी। मोनू बार बार बॉडीगार्ड से मारने का कारण पूछ रहा था, लेकिन बॉडी गार्ड अपनी धमक दिखाने के लिए उसे बुरी तरह से पीटता जा रहा था। उसके बाद दोनों बॉडी गार्ड एसडीएम की गार्ड में बैठ कलेक्ट्रेट निकल गए।
कलेक्ट्रेट में भी दोनों भइयों को जमकर पीटा :
घटना के बाद मोनू कुमार ने अपने बड़े भाई विकास कुमार को उसकी सूचना दी। जिसके बाद विकास वहां पहुंचा और अपने भाई को संभाला। उसके बाद दोनों भाई बॉडीगार्ड से मारपीट का कारण पूछने के लिए कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां बॉडीगार्ड पोटीको के सामने स्थित पार्क में खड़ा था। जब मोनू और विकास ने पिटाई का कारण पूछा तो बॉडी गार्ड उनसे धक्का मुक्की करने लगा। यह देख वहां के लोग बीच बचाव करने लगे। उसके बाद पोटीको में बॉडी गार्ड अपने साथी गार्ड के साथ दोनों भइयों की पिटाई करने लगे। इसबीच सदर एसडीएम धीरेंद्र भी हाथ में डंडा लेकर दोनों भइयों पर टूट पड़े। जिसे देख सभी अधिकारी, कर्मचारी और अन्य लोग हतप्रद्ध हो उठे। इस बीच दोनों भाइयों का सिर्फ यही कहना था कि उन लोगों ने मोनू को क्यों मारा, इसका कारण बताएं। उसके बाद दोनों भाइयों को एक कमरे ले जाकर पीटा गया। वहीं, मामले की सूचना टाउन थाना को दी गई, जिसके बाद दोनों युवकों को हिरासत में लेकर उन्हें थाना लाया गया।
बाडीगार्ड ने दर्ज कराया है एफआईआर
मामले में टाउन थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि सदर एसडीएम के बॉडीगार्ड चंदन कुमार ने मामले में प्राथमिकी दर्ज कराई है। जिसमें दोनों युवकों पर ड्यूटी के दौरान मारपीट, वर्दी फाड़ने और सरकारी हथियार छीनने के प्रयास करने का आरोप लगाया है। जिसके बाद दोनों को गिरफ्तार करते हुए उन पर केस दर्ज किया गया। वहीं, कागजी कार्रवाई के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया।
बोले परिजन... न्यायालय में रखेंगे अपना पक्ष
वहीं, दूसरी ओर दोनों युवकों के परिजनों का कहना है कि प्रशासनिक अधिकारी के दबाव में आकर भले ही पुलिस ने उन पर प्राथमिकी दर्ज कर ली है। लेकिन, वो न्यायालय में अपना पक्ष रखेंगे। कोर्ट पर उन्हें पूरा भरोसा है। वो न्यायालय के समक्ष कलेक्ट्रेट और बैंक में लगे सीसीटीवी के फुटेज की जांच कराने की मांग करेंगे। ताकि, सभी को सच का पता चल सके।