दूसरी दुनिया से है इस घाटी का संबंध,यहां चारों तरफ है एक रहस्यमय प्रकाश

आज हम आपको एक 'अजब-गजब' एक रहस्यमयी घाटी है के बारे में बता रहे हैं।कहते हैं कि इस घाटी को आज तक कोई भी नहीं ढूंढ पाया है।

दूसरी दुनिया से है इस घाटी का संबंध,यहां चारों तरफ है एक रहस्यमय प्रकाश
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केटी न्यूज़/दिल्ली

इस धरती पर कई ऐसे रहस्य मौजूद हैं, जिनकी गुत्थी आज तक कोई नहीं सुलझा पाया।ऐसे रहस्य साइंस के लिए भी बड़ी चुनौती बने हुए हैं। दुनिया में ऐसे ही कमाल के रोचक तथ्य हैं, जिनके बारे में जानकर आपके होश उड़ जाएंगे।यह तथ्य आपके होश उड़ाने के साथ ही आपका नॉलेज भी बढ़ाते हैं।आज हम आपको एक 'अजब-गजब'  एक रहस्यमयी घाटी है के बारे में बता रहे हैं।कहते हैं कि इस घाटी को आज तक कोई भी नहीं ढूंढ पाया है। यह घाटी अरुणाचल प्रदेश और तिब्बत के बीच में  मौजूद हैं। इस जगह को 'शांगरी-ला घाटी' कहा जाता है।इसकी गिनती वायुमंडल के चौथे आयाम यानी समय से प्रभावित जगहों में होती है।

इस घाटी को बरमूडा ट्राएंगल की तरह ही दुनिया की सबसे रहस्यपूर्ण जगह माना जाता है।बरमूडा ट्राएंगल नार्थ अटलांटिक महासागर का वो हिस्सा है, जहां से गुजरने वाले पानी के जहाज और हवाई जहाज गायब हो जाते हैं।वहीं, 'शांगरी-ला घाटी' के लिए कहा जाता है कि इसका सीधा संबंध दूसरे दुनिया से है।

वहीं, इस घाटी का जिक्र तिब्बती भाषा में लिखी किताब 'काल विज्ञान' में मिलता है। तिब्बती विद्वान युत्सुंग का कहना है कि वह खुद इस रहस्यमय घाटी में जा चुके हैं। उनके मुताबिक वहां न तो सूर्य का प्रकाश था और न ही चंद्रमा, लेकिन फिर भी चारों तरफ एक रहस्यमय प्रकाश फैला रहता है।इस घाटी में समय यानी काल का कोई असर नहीं दिखाई देता। वहीं कुछ लोग मानते हैं कि यहां रहने वाले योगियों की शारीरिक क्षमता और मानसिक चेतना इतनी बढ़ जाती है कि वो हजारों वर्षों तक जीवित रह सकते हैं।

इस घाटी को धरती का आध्यात्मिक नियंत्रण केंद्र भी कह जाता है।वहीं, इसे सिद्धाश्रम भी कहते हैं, जिसका जिक्र हिंदू धर्म ग्रंथों महाभारत से लेकर वाल्मिकी रामायण और वेदों में भी हुआ है।कहते हैं कि  चीनी फौज ने भी इस रहस्यमयी घाटी को बहुत खोजने के प्रयास किए, लेकिन सफलता नहीं मिली। कई बार दुनियाभर में जिसने भी 'शांगरी-ला घाटी' के राज से पर्दा उठाने की कोशिश की, उसका पता दोबारा नहीं लगा।जिसका रहस्य आज भी बना हुआ है।