विभूति एक्सप्रेस को मिला आधुनिक तोहफा, एलएचबी रैक से बदलेगा सफर का अनुभव
हावड़ा से प्रयागराज के बीच चलने वाली विभूति एक्सप्रेस के यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। वर्षों से सुरक्षित और आरामदायक रैक की मांग कर रहे यात्रियों का इंतजार अब खत्म हो गया है। रेलवे ने विभूति एक्सप्रेस को अत्याधुनिक एलएचबी (लिंक हॉफमैन बुश) कोच से लैस करने का निर्णय लिया है। गुरुवार सुबह 11 बजे इसकी अधिकारिक सूचना जारी की गई, जिसके अनुसार 27 तारीख से यह ट्रेन हावड़ा से एलएचबी रैक के साथ रवाना होगी, जबकि 28 तारीख से प्रयागराज से भी एलएचबी कोच के साथ इसका संचालन शुरू हो जाएगा।
-- डुमरांव से गुजरने वाली आखिरी आईसीएफ रैक वाली ट्रेन में हुआ बड़ा बदलाव, 27-28 से नई कोच व्यवस्था लागू
केटी न्यूज/डुमरांव
हावड़ा से प्रयागराज के बीच चलने वाली विभूति एक्सप्रेस के यात्रियों के लिए राहत भरी खबर है। वर्षों से सुरक्षित और आरामदायक रैक की मांग कर रहे यात्रियों का इंतजार अब खत्म हो गया है। रेलवे ने विभूति एक्सप्रेस को अत्याधुनिक एलएचबी (लिंक हॉफमैन बुश) कोच से लैस करने का निर्णय लिया है। गुरुवार सुबह 11 बजे इसकी अधिकारिक सूचना जारी की गई, जिसके अनुसार 27 तारीख से यह ट्रेन हावड़ा से एलएचबी रैक के साथ रवाना होगी, जबकि 28 तारीख से प्रयागराज से भी एलएचबी कोच के साथ इसका संचालन शुरू हो जाएगा।

अब तक विभूति एक्सप्रेस पुराने आईसीएफ रैक के साथ चलाई जा रही थी। डुमरांव स्टेशन पर ठहराव वाली यह आखिरी नियमित ट्रेन थी, जिसमें पुराने कोच लगे थे। ऐसे में इस फैसले को डुमरांव और आसपास के यात्रियों के लिए बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है। लंबे समय से स्थानीय लोगों और रेल यात्रियों द्वारा इस रूट पर एलएचबी रैक लगाने की मांग की जा रही थी, जो अब पूरी हो गई है।रेलवे अधिकारियों के अनुसार एलएचबी कोच तकनीकी रूप से अधिक उन्नत, हल्के और मजबूत होते हैं। इन कोचों में बेहतर ब्रेकिंग सिस्टम, एंटी-क्लाइम्बिंग फीचर और आधुनिक सुरक्षा मानक होते हैं, जिससे दुर्घटना की स्थिति में नुकसान की संभावना काफी कम हो जाती है।

इसके साथ ही इन कोचों में सफाई व्यवस्था, सीटों की गुणवत्ता और यात्रा आराम के स्तर में भी उल्लेखनीय सुधार देखने को मिलता है।डुमरांव के यात्रियों और सामाजिक संगठनों ने रेलवे के इस फैसले का स्वागत किया है। लोगों का कहना है कि एलएचबी रैक से न केवल यात्रा ज्यादा सुरक्षित और आरामदायक होगी, बल्कि समय पालन और ट्रेन की समग्र गुणवत्ता में भी सुधार आएगा। यात्रियों ने इसे डुमरांव के लिए एक सकारात्मक और ऐतिहासिक कदम बताया है।
