सदर अस्पताल पर फिर उठा लापरवाही का आरोप, प्रसूता की मौत के बाद परिजनों का हंगामा
सदर अस्पताल एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है। शुक्रवार की रात इलाज के दौरान औद्योगिक थाना क्षेत्र के बड़की सरीमपुर गांव निवासी 23 वर्षीय पार्वती देवी की मौत हो गई। मृतका की तबीयत बिगड़ने पर समय रहते चिकित्सकीय मदद न मिलने का आरोप परिजनों ने लगाया। घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिसर में करीब तीन घंटे तक जमकर हंगामा किया।

-- तीन घंटे तक हंगामा करते रहे मृतक के परिजन, पहले भी गलत इंजेक्शन के कारण बच्ची की मौत पर हुआ था बवाल
केटी न्यूज/बक्सर
सदर अस्पताल एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है। शुक्रवार की रात इलाज के दौरान औद्योगिक थाना क्षेत्र के बड़की सरीमपुर गांव निवासी 23 वर्षीय पार्वती देवी की मौत हो गई। मृतका की तबीयत बिगड़ने पर समय रहते चिकित्सकीय मदद न मिलने का आरोप परिजनों ने लगाया। घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल परिसर में करीब तीन घंटे तक जमकर हंगामा किया।
जानकारी के अनुसार, गुरुवार को पार्वती देवी को प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल लाया गया, जहां ऑपरेशन से बच्ची का जन्म हुआ। परिजनों का कहना है कि अगले दिन शाम को पार्वती की हालत अचानक बिगड़ने लगी, लेकिन ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक डॉ. अनीता कुमारी समय पर नहीं पहुंचीं। इसी दौरान पार्वती की मौत हो गई। परिजनों ने डॉक्टर पर लापरवाही का गंभीर आरोप लगाते हुए गिरफ्तारी की मांग की।
स्थिति नियंत्रण से बाहर होती देख नगर, मुफस्सिल और इटाढ़ी थाना पुलिस के साथ ही बक्सर वीडियो दीपचंद जोशी मौके पर पहुंचे और लोगों को समझा-बुझाकर शांत कराया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। गौरतलब है कि यह कोई पहला मामला नहीं है जब सदर अस्पताल की कार्यप्रणाली पर सवाल उठे हों। इससे पहले जुलाई में वरुण गांव की छह वर्षीय साजल कुमारी की मौत भी इलाज में देरी और गलत इंजेक्शन लगाने के आरोपों के बीच हुई थी।
नगर थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि मृतका के परिजनों से आवेदन लेकर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। लगातार हो रही ऐसी घटनाओं ने सदर अस्पताल की व्यवस्था और जिम्मेदारी पर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।