काराकाट से क्यों हारे उपेंद्र कुशवाहा, ख़ुद बताई वजह, पवन सिंह पर लगाए आरोप

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि काराकाट में उनकी हार कैसे हुई, यह बात आज किसी से छिपी नहीं है। उन्होंने कहा कि आज इंटरनेट मीडिया का युग है और टेक्नोलॉजी काफी आगे पहुंच चुकी है। किसी भी विषय के बारे में किसी को बताने की जरूरत नहीं पड़ती, सबको सब पता होता है।

काराकाट से क्यों हारे उपेंद्र कुशवाहा, ख़ुद बताई वजह, पवन सिंह पर लगाए आरोप

केटी न्यूज़, ऑनलाइन डेस्क:पटना। काराकाट में त्रिकोणीय लड़ाई में फंसे एनडीए उम्मीदवार उपेंद्र कुशवाहा चुनाव नहीं जीत पाए। काराकाट लोकसभा के मुकाबले में पवन सिंह तो हारे ही, साथ ही उपेंद्र कुशवाहा की भी हार हो गई। उन्हें काराकाट की जनता ने तीसरे पायदान पर रखा। चुनाव हारने के बाद पहली बार उन्होंने अपनी हार के कारण बताए। उन्होंने इशारों में भीतरघात की बात कही और कहा कि पवन सिंह फैक्टर बने या बनाए गए, सबको मालूम है।

उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि काराकाट में उनकी हार कैसे हुई, यह बात आज किसी से छिपी नहीं है। उन्होंने कहा कि आज इंटरनेट मीडिया का युग है और टेक्नोलॉजी काफी आगे पहुंच चुकी है। किसी भी विषय के बारे में किसी को बताने की जरूरत नहीं पड़ती, सबको सब पता होता है। उन्होंने कहा, "जैसा की मैंने पहले ही कहा, इंटरनेट मीडिया का युग है और सबको सब पता होता है, ऐसी स्थिति में किसे बताने की जरूरत है।"

पवन सिंह ने किया मुकाबला त्रिकोणीय

बता दें कि काराकाट में पहले लड़ाई आमने-सामने की थी, लेकिन भाजपा के आसनसोल के प्रस्ताव को ठुकरा कर पवन सिंह काराकाट में निर्दलीय मैदान में उतर गए। जिसके बाद यहां मुकाबला त्रिकोणीय हो गया। इस चुनाव में पवन सिंह की एंट्री के बाद उपेंद्र कुशवाहा तीसरे पायदान पर पहुंच गए थे। 

काराकाट में किसे मिले कितने वोट?

- सीपीआई-एमएल के राजा राम सिंह: 3,80,581 वोट

- निर्दलीय पवन सिंह: 2,74,723 वोट

- राष्ट्रीय लोक मोर्चा के उपेंद्र कुशवाहा: 2,53,876 वोट

इस त्रिकोणीय मुकाबले में उपेंद्र कुशवाहा की हार के पीछे पवन सिंह के निर्दलीय चुनाव लड़ने को कारण माना जा रहा है। कुशवाहा का कहना है कि पवन सिंह फैक्टर उनकी हार का मुख्य कारण बना। 

कुशवाहा ने कहा कि काराकाट की जनता ने उन्हें तीसरे पायदान पर रखा। उनकी हार के पीछे कारणों को जानने के लिए किसी को बताने की जरूरत नहीं है, सबकुछ स्पष्ट है। आज के समय में टेक्नोलॉजी और इंटरनेट मीडिया के चलते सभी को जानकारी होती है।

यह चुनावी हार उनके लिए एक बड़ा झटका है। कुशवाहा ने कहा कि उन्होंने पहले भी बताया था कि पवन सिंह फैक्टर उनकी हार में बड़ा भूमिका निभा रहा है। यह बात सभी को मालूम है और किसी को बताने की जरूरत नहीं है।

राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने पवन सिंह पर इशारों में निशाना साधते हुए कहा कि उनकी हार के पीछे पवन सिंह का हाथ है। उन्होंने कहा कि यह सबको मालूम है और किसी को बताने की जरूरत नहीं है। 

काराकाट चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा की हार ने कई सवाल खड़े किए हैं। उनका कहना है कि उनकी हार के पीछे कई कारण हैं, जिनमें पवन सिंह का निर्दलीय चुनाव लड़ना प्रमुख है। 

इस चुनावी नतीजे ने स्पष्ट कर दिया है कि राजनीति में कुछ भी संभव है और हार-जीत का खेल किसी भी वक्त बदल सकता है। उपेंद्र कुशवाहा की हार ने यह साबित कर दिया है कि चुनावी राजनीति में हर कदम सोच-समझकर उठाना जरूरी है।