पत्नी की चित्कार अब केकरा भरोसे जियब ए दादा....

पत्नी की चित्कार अब केकरा भरोसे जियब ए दादा....

- बिनोद की मौत से परिवार पर टूटा गमों का पहाड़, नहीं थम रहे मां व पत्नी के आंसू

- मासूम बच्चों की परवरिश की चिंता के साथ ही खड़े हो गए है कई प्रश्न

- दूसरे दिन भी अंधेरे में तीर मारती रही पुलिस

केटी न्यूज/डुमरांव

अब केकरा भरोसे जियब ए दादा..... यह कहते हुए मृतक बिनोद महतो की पत्नी प्रिती देवी बेहोश हो जा रही है। नाते रिश्तेदार तथा पड़ोसे उसे संभालने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन ढांढस का कोई मरहम उसके जख्म को भर नहीं पा रहा था। यही हाल मृतक की मां माधुरी देवी का भी है। जवान बेटे की मौत के सदमें को वह बर्दाश्त नहीं कर पा रही है। जबकि पिता कामेश्वर को मानो काठ मार गया है। एक झटके में ही पूरा परिवार टूट सा गया है। बता दें कि डुमरांव के गौशाला रोड निवासी बिनोद महतों उर्फ सोमारू महतो की हत्या इटाढ़ी थाना क्षेत्र के हरपुर गांव के बधार में कर दी गई थी।

वह शुक्रवार को दोपहर बाद से ही अपने घर से गायब था। शनिवार को दोपहर बाद उसकी हत्या की खबर मिलते ही परिजनों पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। वह राजमिस्त्री का काम कर किसी तरह अपने माता पिता तथा दो बच्चियों मधु 12 वर्ष तथा संध्या 10 वर्ष का भरण पोषण कर रहा था। उसके छोटे भाई सुनील ने बताया कि शुक्रवार को वह हाथीखाना रोड में किसी के घर काम कर रहे थे। दोपहर एक बजे घर पर खाना खाने आए थे और खाना खाकर जाने के बाद से उनकी लाश ही आई है। सुनील की मानें तो न तो उनका किसी से कोई झगड़ा था और न ही इटाढ़ी थाना क्षेत्र में कोई सगे संबंधी रहते है। ऐसे में किसने उनकी हत्या की और हरपुर गांव के पास कैसे पहुंचे यह किसी को समझ में नहीं आ रहा था। मासूम बच्चियां भी अपने पिता के आने का इंतजार कर रही थी। पिता के लाश पर फफक-फफक कर रो रोने वाली मधु व संध्या के सर से बाप का छाया उठ गया है। इस बात की चिंता मृतक की विधवा को खाए जा रही है। वही घटना के दूसरे दिन भी पुलिस अंधेरे में ही तीर मार रही है। जाहिर है हत्यारों का सुराग नहीं मिल सका है। डुमरांव थानाध्यक्ष बिंदेश्वर राम ने कहा कि पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है। जल्दी ही हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।