निर्माणाधीन थर्मल पॉवर प्लांट में बंगाल के मजदूर की मौत मुआवजे की मांग पर श्रमिकों ने किया प्रदर्शन
- कंपनी ने तत्काल दिया 50 हजार रुपए का मुआवजा
- कंपनी नियमों के मुताबिक मुआबजे की मांग पर अड़े थे श्रमिक
केटी न्यूज/चौसा
चौसा निर्माणाधीन थर्मल पॉवर प्लांट में बंगाल के एक मजदूर की मौत के बाद मंगलवार को मजदूरों ने पूरे दिन मुख्य गेट पर प्रदर्शन किया। इस दौरान श्रमिक अपने मृत साथी के परिजनों को कंपनी नियमों के मुताबिक मुआबजा देने की मांग कर रहे थे। उनका कहना था कि काम के दौरान ही उसकी मौत हुई है। जबकि कंपनी द्वारा दावा किया जा रहा था कि वह कॉलोनी में था इस दौरान तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल पहुंचाया गया था, जहां उसकी मौत हुई है। लेकिन मजदूर इस तर्क को मानने को तैयार नहीं थे। जिसके बाद सुबह से पूरे दिन उनका प्रदर्शन जारी था। इधर मुफ्स्सिल थानाध्यक्ष अमित कुमार तथा कंपनी अधिकारी उन्हें समझाने में लगे थे। इस दौरान कंपनी द्वारा तत्काल मृतक के परिजनों को दाह संस्कार तथा बतौर मुआवजा 50 हजार रुपए की सहायता राशि उपलब्ध कराई गई। लेकिन इस राशि को प्रदर्शन करने वाले मजदूरों ने नाकाफी बताया। जिस कारण पूरे दिन काम काज भी प्रभावित हुआ।
मृतक कालाचंद महतो पश्चिम बंगाल के पुरूलिया जिला के तिलगाड़ा गांव का रहने वाला था तथा पिछले छह महीने से चौसा के 1320 मेगावाट थर्मल पॉवर में कूलिंग टॉवर के निर्माण कार्य में मजदूरी कर रहा था। कूलिंग टॉवर का निर्माण पहाड़पुर कंपनी द्वारा करवाया जा रहा था। मजदूरों ने बताया कि वह सोमवार को दोपहर तक काम करते देखा गया था। लेकिन मंगलवार को सुबह उसकी मौत होने की जानकारी मिली। इसके बाद मजदूरों में आक्रोश व्याप्त हो गया।
मजदूरों ने इस घटना के विरोध में घंटों प्रदर्शन किया। गौरतलब है कि स्थापना के समय से ही जिले के इकलौते थर्मल पॉवर स्टेशन में मजदूरों के साथ प्रबंधन का विवाद व दुर्घटना की समस्या बनी हुई है। जिसका सीधा असर यहां बिजली के उत्पादन पर भी पड़ता है। मजदूर अक्सर सुरक्षा व मानदेय वृद्धि के लिए आंदोलन करते रहते है। हाल ही में जमीन अधिग्रहण के मुद्दे पर स्थानीय किसानों का आंदोलन भी लंबा चला था। मुफस्सिल थानाध्यक्ष अमित कुमार ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया प्रदर्शन करने वाल मजदूरों को समझा बुझाकर शांत कराया गया है। शव को पोस्टमार्टम करा परिजनों को सौंप दिया गया है।