वंदे मातरम” के 150 वर्ष, विद्युत कर्मियों ने गाया राष्ट्रगीत, गूंज उठा डुमरांव कार्यालय परिसर
राष्ट्रगीत “वंदे मातरम” के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में शुक्रवार को डुमरांव अनुमंडल के कोरानसराय विद्युत प्रशाखा कार्यालय परिसर में एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान विद्युत विभाग के अधिकारियों और कर्मियों ने एक साथ स्वर मिलाकर राष्ट्रगीत का सामूहिक गायन किया, जिससे पूरा परिसर देशभक्ति के सुरों से गूंज उठा।

केटी न्यूज/डुमरांव
राष्ट्रगीत “वंदे मातरम” के 150 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में शुक्रवार को डुमरांव अनुमंडल के कोरानसराय विद्युत प्रशाखा कार्यालय परिसर में एक विशेष समारोह का आयोजन किया गया। इस दौरान विद्युत विभाग के अधिकारियों और कर्मियों ने एक साथ स्वर मिलाकर राष्ट्रगीत का सामूहिक गायन किया, जिससे पूरा परिसर देशभक्ति के सुरों से गूंज उठा।

कार्यक्रम की अध्यक्षता सहायक विद्युत अभियंता अर्जुन वर्मा ने की। उन्होंने कहा कि वंदे मातरम केवल एक गीत नहीं, बल्कि भारत की आत्मा और स्वतंत्रता आंदोलन की प्रेरणा का प्रतीक है। उन्होंने कर्मियों से राष्ट्रहित में ईमानदारी, निष्ठा और जिम्मेदारी के साथ कार्य करने का आह्वान किया।कनीय विद्युत अभियंता जितेंद्र कुमार ने कहा कि यह गीत देश की एकता, अखंडता और त्याग की भावना का प्रतीक है। यह हमें उन वीर शहीदों के बलिदान की याद दिलाता है जिन्होंने मातृभूमि की रक्षा में अपने प्राण न्यौछावर किए।

कार्यक्रम में कनीय अभियंता शैलेश कुमार, विजली मिस्त्री ओमप्रकाश, सियाराम सहित सभी कर्मियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। गीत समाप्त होने पर “जय भारत” और “वंदे मातरम” के नारों से पूरा वातावरण गुंजायमान हो उठा।समारोह के अंत में सभी अधिकारियों और कर्मियों ने राष्ट्रगान गाकर तिरंगे को सलामी दी तथा ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को दोहराया। अर्जुन वर्मा ने कहा कि यह आयोजन केवल औपचारिकता नहीं, बल्कि आत्ममंथन का अवसर है, जहां हर कर्मी को राष्ट्रनिर्माण में अपनी भूमिका समझनी चाहिए।

कार्यक्रम का उद्देश्य राष्ट्रगीत के माध्यम से देशवासियों में राष्ट्रभक्ति की भावना को सुदृढ़ करना और स्वतंत्रता आंदोलन की विरासत को नई पीढ़ी तक पहुंचाना था।
