महिलाओं को कर्ज़ के जाल में फंसाना बंद करे सरकार - पप्पू यादव
प्रखंड क्षेत्र में मंगलवार को राजद के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व प्रत्याशी सुनील कुमार यादव उर्फ पप्पू यादव के नेतृत्व में पुराना बाजार अनुसूचित जाति बस्ती में वोट चोर गद्दी छोड़ कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर स्थानीय जनता में गहरा आक्रोश देखने को मिला। क्षेत्र के कई मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से गायब पाए गए। मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र के बूथ संख्या 201, 211 और 212 के कुल 18 मतदाता, जिनमें माझी परिवार सहित कई अन्य लोग शामिल हैं, जिंदा होने के बावजूद सूची से बाहर कर दिए गए हैं।

-- 18 जिंदा मतदाताओं के नाम सूची से गायब, ग्रामीणों ने जताया गुस्सा
केटी न्यूज/केसठ
प्रखंड क्षेत्र में मंगलवार को राजद के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व प्रत्याशी सुनील कुमार यादव उर्फ पप्पू यादव के नेतृत्व में पुराना बाजार अनुसूचित जाति बस्ती में वोट चोर गद्दी छोड़ कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर स्थानीय जनता में गहरा आक्रोश देखने को मिला। क्षेत्र के कई मतदाताओं के नाम मतदाता सूची से गायब पाए गए। मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र के बूथ संख्या 201, 211 और 212 के कुल 18 मतदाता, जिनमें माझी परिवार सहित कई अन्य लोग शामिल हैं, जिंदा होने के बावजूद सूची से बाहर कर दिए गए हैं।
इस कार्यक्रम में गुड्डू सिंह, बीरेंद्र सिंह, हीरालाल सिंह, जितेंद्र पहलवान, विनोद, रजनीश सिंह, इकरार अहमद, नसरुद्दीन खां, सरजू मुसहर, रामनाथ मुसहर, सोहराई मुसहर और रंगू मुसहर समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। सभी ने इस घटना को लोकतंत्र पर सीधा हमला करार देते हुए प्रशासन से तुरंत सुधार की मांग की। सभा को संबोधित करते हुए पप्पू यादव ने कहा कि बिहार की डबल इंजन सरकार बीते दो दशकों से सत्ता में होते हुए भी राज्य के विकास और जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं दे पाई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार केवल विपक्ष पर हमला और परिवारवाद की राजनीति में उलझी रही, जबकि युवाओं को रोजगार, किसानों को उचित समर्थन मूल्य, शिक्षा और स्वास्थ्य जैसी मूलभूत जरूरतें आज भी अधूरी हैं। उन्होंने महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के नाम पर दिए जाने वाले दो लाख रुपये के ऋण योजना को भी छलावा बताया। कहा कि जनता को गुमराह कर यह बताया जा रहा है
कि यह अनुदान है, जबकि वास्तव में यह ब्याज सहित लौटाने वाला कर्ज है। इससे महिलाएं कर्ज के बोझ में दब सकती हैं।सभा में मौजूद लोगों ने कहा कि अब बिहार की जनता बदलाव चाहती है और जनहित की उपेक्षा करने वाली सरकार को जवाब देगी।