पीरो का 23 साल का युवक ईरान में ड्रग्स पैडलर के पास गिरवी, मांग रहे दो करोड़

भोजपुर के सुखरौली गांव के निवासी मूंगा लाल साह का 23 वर्षीय बेटा गौरव कुमार अभी भी ईरान में फंसा हुआ है। गौरव को नौकरी का लालच देकर ईरान ले जाया गया था, जहां उसे ड्रग्स डीलरों के पास गिरवी रख दिया गया।

पीरो का 23 साल का युवक ईरान में ड्रग्स पैडलर के पास गिरवी, मांग रहे दो करोड़
केटी न्यूज़, ऑनलाइन डेस्क: भोजपुर के सुखरौली गांव के निवासी मूंगा लाल साह का 23 वर्षीय बेटा गौरव कुमार अभी भी ईरान में फंसा हुआ है। गौरव को नौकरी का लालच देकर ईरान ले जाया गया था, जहां उसे ड्रग्स डीलरों के पास गिरवी रख दिया गया। इन ड्रग्स पैडलर्स ने गौरव को गिरवी रखकर ड्रग्स का लेन-देन किया। अब ये पैडलर्स गौरव के परिवार से 2 करोड़ रुपये की फिरौती मांग रहे हैं। 

गौरव के परिजनों को पाकिस्तानी और ईरानी नंबर से लगातार धमकी भरे फोन आ रहे हैं। गुरुवार को भी गैंग के सदस्यों ने गौरव के परिवार से संपर्क किया और बताया कि गौरव ईरानी खाना नहीं खा रहा है। गैंग ने गौरव के पसंद के खाने के लिए एक लाख रुपये की अतिरिक्त मांग की। गौरव के फुफेरे भाई सोनू ने बताया कि उन्होंने गैंग के सदस्यों से बात की, लेकिन जब उन्होंने गौरव से बात कराने को कहा तो मना कर दिया गया। गैंग के सदस्यों ने कहा कि रुपये भेजने के बाद ही गौरव से बात करवाई जाएगी।

पैसों की व्यवस्था के लिए गौरव का परिवार अपनी जमीन बेचने को मजबूर हो गया है। सोनू ने बताया कि 2 करोड़ रुपये बहुत बड़ी रकम है और वे इतने अमीर नहीं हैं। बावजूद इसके, वे जैसे-तैसे पैसों का इंतजाम करने की कोशिश कर रहे हैं। इस मुश्किल स्थिति ने गौरव के परिवार को हिला कर रख दिया है। घर में चूल्हा तक नहीं जल पा रहा है और सभी सदस्य रो-रोकर परेशान हैं। गौरव के घरवालों की चिंता और बढ़ गई है और वे उसकी सुरक्षित वापसी की आस लगाए हुए हैं।

इस मामले में भारतीय विदेश मंत्रालय ने भी संज्ञान लिया है। गौरव के परिजनों ने विदेश मंत्रालय से उसकी सुरक्षित वापसी की गुहार लगाई थी। मंत्रालय ने गौरव के परिजनों को ई-मेल के माध्यम से सूचित किया है कि इस मामले को ईरान के एमएफए प्रतिनिधि के सामने उठाया गया है। भोजपुर पुलिस भी भारतीय एंबेसी की मदद ले रही है और हसन बाजार थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।

गौरव के पिता मूंगा लाल साह ने बताया कि पुलिस और विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बावजूद अभी तक कोई ठोस परिणाम सामने नहीं आया है। गौरव के परिवार की हालत बद से बदतर होती जा रही है। परिवार ने उम्मीद जताई है कि सरकार और प्रशासन की मदद से गौरव को जल्द से जल्द सुरक्षित भारत लाया जाएगा।