बनकट में 53 लोग हुए डायरिया से आक्रांत, इलाज जारी

बनकट में 53 लोग हुए डायरिया से आक्रांत, इलाज जारी

- सोमवार को पूरे दिन गांव में लगा मेडिकल कैंप, एसडीओ समेत कई अधिकारियों ने लिया जायजा, गांव में किया गया एंटी लार्वा का छिड़़काव

केटी न्यूज/डुमरांव

डुमरांव से सटे बनकट गांव में रविवार को डायरिया का विस्फोट हुआ था। पलक झपकते ही इस महामारी ने पूरे गांव को अपने आगोश में ले लिया। एक-एक कर कुल 53 लोगों को इलाज के लिए डुमरांव अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां, सोमवार की शाम तक उनका इलाज जारी था। डॉक्टरों ने उनकी हालत को खतरे से बाहर बताया है।

अनुमंडलीय अस्पताल के डीएस डॉ. गिरिश कुमार सिंह ने कहा कि मरीजों की हालत स्थिर है। बावजूद उन्हें ऑब्जर्वेशन में रखा गया है। उनके इलाज के लिए डॉक्टरों की टीम तैनात की गई है। 24 घंटे से अधिक समय से उनका इलाज जारी है। डॉक्टरों की टीम पूरी मुश्तैदी से उनका इलाज कर रही है। एसडीओ राकेश कुमार खुद इस पर नजर बनाए हुए है। इधर मरीजों की संख्या बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन सकते में आ गया है।

वही, प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग द्वारा डायरिया फैलने के कारणों का पता लगाया जा रहा है। वही, ग्रामीण सूत्रों की मानें तो डायरिया से आक्रांत होने वालों की संख्या और अधिक है। गौरतलब हो कि रविवार को सीएस डॉ. एससी सिन्हा ने 20 लोगों के डायरिया से आक्रांत होने की पुष्टि की है।

गांव में पूरे दिन आयोजित हुआ मेडिकल कैंप

इस घटना के बाद सोमवार को पूरे दिन गांव में मेडिकल कैंप आयोजित किया गया। डुमरांव पीएचसी के चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आरबी प्रसाद के नेतृत्व में मेडिकल टीम गांव में कैंप कर लोगों को जरूरी दवाएं दे रही थी तथा उन्हे साफ-सफाई से रहने, ताजा भोजन करने आदि के लिए जागरूक किया जा रहा था।

स्वास्थ्य विभाग तथा नगर परिषद की टीम ने संयुक्त रूप से जलजमाव वाले इलाके में एंटी लार्वा के अलावे कई अन्य दवाओं का छिड़काव किया। वही मेडिकल कैंप में लोगों को ओआरएस सहित कई अन्य दवाएं दी जा रही थी। चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आरबी प्रसाद ने बताया कि मंगलवार को भी कैंप आयोजित किया जाएगा। उन्होंने लोगों से अपील किया है कि लोग डरे नहीं तथा जो भी आक्रांत हो रहे है, उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराए।

दूषित जल से डायरिया फैलने की बताई जा रही है बात

हालांकि, इस मामले में अभी तक स्वास्थ्य विभाग या प्रशासन द्वारा कोई अधिकारिक बयान नहीं दिया गया है। लेकिन, शुरूआती जांच से दूषित जल के सेवन से डायरिया फैलने की बात बताई जा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि जलापूर्ति वाला पाइप फट गया है, जिससे पिछले दो दिनों से गंदा पानी आ रहा था।

वही, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. आरबी प्रसाद ने भी कहा कि शुरूआती जांच तथा मरीजों से पूछताछ में दूषित जल के सेवन की बात सामने आ रही है। उन्होंने कहा कि अभी इसकी गहराई से जांच करना बाकी है। जबकि, ग्रामीण सूत्रों ने बताया कि दो दिन पहले गांव मंे एक पार्टी हुई थी, जिसमें मीट परोसा गया था। इसे भी डायरिया फैलने से जोड़कर देखा जा रहा है। 

डायरिया वॉर्ड में कनवर्ट हो गया है अनुमंडलीय अस्पताल

बनकट में डायरिया फैलने के बाद डुमरांव का अनुमंडलीय अस्पताल डायरिया वॉर्ड के रूप में कनवर्ट हो गया है। सभी कमरों तथा बेडो पर डायरिया से आक्रांत मरीज ही दिखाई पड़ रहे थे। उन्हें स्लाइन चढ़ाया जा रहा है। पूरे दिन अनुमंडलीय अस्पताल मंे उन मरीजों का इलाज जारी था। 

कहते है एसडीओ

बनकट में डायरिया फैलने की जानकारी मिलते ही तत्काल वहां पहुंच स्थिति का जायजा लिया, अनुमंडलीय अस्पताल में भी इलाजरत मरीजों को देखा तथा उनके बेहतर इलाज का निर्देश दिया। मामले पर प्रशासन की पैनी नजर लगी हुई है। स्थिति नियंत्रण में है।

सभी आक्रांत लोगों का बेहतर इलाज कराया जा रहा है। गांव में व्यापक पैमाने पर सफाई अभियान व दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। लोगों को जागरूक भी किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग की टीम वहां लगातार कैंप कर रही है। - राकेश कुमार, एसडीओ, डुमरांव