आकाशीय बिजली की चपेट में आने से 24 घन्टे में 8 मौत
मानसून की बारिश आने के बाद पिछले 24 घंट में भागलपुर, मुंगेर, जमुई, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और अररिया जिलों में मौतें हुई हैं।
केटी न्यूज़/बिहार
मानसून की बारिश आने के बाद पिछले 24 घंट में भागलपुर, मुंगेर, जमुई, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और अररिया जिलों में मौतें हुई हैं।बिहार के छह जिलों में आकाशीय बिजली की चपेट में आने से कम से कम आठ लोगों की मौत हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में पिछले 24 घंटे में आकाशीय बिजली की जद में आने से हुईं मौतों पर गहरी संवेदना व्यक्त की है।
भागलपुर जिले में आकाशीय बिजली से किसान संजीव दास और एक अन्य किसान की मौत हो गई। मुंगेर जिले में बौनू यादव आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए और गंगा पार दियारा से लौट रहे दिनेश सिंह भी वज्रपात का शिकार हो गए। जामुन बीनने गया 7 साल के बच्चे की भी मौत हो गई। पूर्वी चंपारण जिले में खेत से लौट रहे 10 साल के बच्चे और पश्चिमी चंपारण में ममता देवी की मौत हो गई।
सीएमओ के बयान के अनुसार, भागलपुर और मुंगेर जिलों में दो-दो मौतें हुई हैं, इसके बाद जमुई, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण और अररिया जिलों में एक-एक मौत हुई है।मुख्यमंत्री ने लोगों से खराब मौसम के दौरान सावधानी बरतने और आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी निर्देशों का पालन करने की भी अपील की। उन्होंने कहा,खराब मौसम में घरों में रहें और सुरक्षित रहें।मुख्यमंत्री कार्यालय के अनुसार, प्रत्येक मृतक के परिजन को चार लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की भी घोषणा की गई है। सीएम ने मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करने की भी सलाह दी है।
बिहार में आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से आकाश की बिजली से बचाव के लिए कई तरह के उपाय किए गए हैं।आधुनिक तकनीक से लोगों को जानकारी भी मुहैया कराई जा रही है, लेकिन उसके बावजूद लोगों की मौत का सिलसिला हर साल की तरह इस साल भी शुरू है।बिहार की राजधानी पटना में मॉनसून आने के बाद से ही गरज-चमक के साथ मध्यम से तेज बारिश हो रही है।मौसम विभाग की मानें तो 27 जून से 3 जुलाई तक बारिश का दौर जारी रहेगा।इस दौरान तेज हवाएं चलने की संभावना भी है। IMD के मुताबिक, इस पूरे हफ्ते पटना का अधिकतम तापमान 31 से 36 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है और न्यूनतम तापमान 25 से 29 डिग्री सेल्सियस के आसापास रहने की संभावना है।