सात वर्षीय किशोरी को सर्पदंश से 7 वर्षीय बच्ची की मौत, मचा कोहराम
एक तरफ जहां पूरा विश्व अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस मना रहा है, वही दूसरी तरफ एक पिता अपनी बेटी को खोने का गम में व्याकुल है। केसठ गांव के बस स्टैंड डेरा पर शनिवार की रात एक बच्ची को विषैले सांप ने डस लिया, जिससे देर रात्रि उसकी मौत हो गई।
- सर्पदंश के बाद इलाज के बजाए झाड़-फूंक करा रहे थे परिजन, नहीं बची जान
- रात में भाई के साथ चौकी पर बैठ खाना खा रही थी किशोरी, उसी वक्त विषैले सर्प ने डसा
केटी न्यूज/केसठ
एक तरफ जहां पूरा विश्व अंतरराष्ट्रीय बेटी दिवस मना रहा है, वही दूसरी तरफ एक पिता अपनी बेटी को खोने का गम में व्याकुल है। केसठ गांव के बस स्टैंड डेरा पर शनिवार की रात एक बच्ची को विषैले सांप ने डस लिया, जिससे देर रात्रि उसकी मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार केसठ गांव निवासी अनोज कुमार की 7 वर्षीय पुत्री आंशिका कुमारी एक चौकी पर अपने भाई के साथ खाना खा रही थी तभी एक विषैला सर्प ने उसे डस लिया। हालांकि बच्ची के द्वारा परिजनों को बताया गया कि मुझे सर्प ने डस लिया है। फिर भी उसके परिजन झाड़ फूंक के चक्कर में रह गए तथा चिकित्सा के बजाय उसे झाड़-फूंक कराने वालों के पास लेकर चले गए। हालाकि, ये सब करने के बाद भी परिजनों के हाथ में निराशा ही मिली। जब परिजनों ने देखा की बच्ची की स्थिति नाजुक हो रही है तब वो प्रतापसागर अस्पताल ले गए जहां चिकित्सक ने स्थिति को देखते हुए बक्सर भेज दिया। परिजनों ने भर्ती कराया तब तक बहुत देर हो चुकी थी। जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मौत की सूचना जैसे ही घरवालों को मिली तो कोहराम मच गया। मृतिका की मां रीना देवी का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है। घटना की जानकारी ग्रामीणों ने नावानगर थाने को दी। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में ले पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बक्सर भेज दिया। मृतिका के पिता मजदूरी के काम करते है, वही माता गृहणी है। मृतिका कन्या प्राथमिक विद्यालय की वर्ग एक की छात्रा थी। विद्यालय के प्रधानाध्यापक मनोज कुमार ने बताया कि बच्ची पढ़ाई के साथ साथ खेल कूद में होनहार थी।
मां की चित्कार से माहौल हो गया था गमगीन
कवना रे कसूरवा दइबा बुतइल घर के दियारा...। हमार आखियां के पुतरिया काहे छीनल हो दईया। माता रीना देवी की चित्कार से आस पड़ोस में खड़े लोगो की आंखे नम हो गई थी। बेटी के खोने के गम में जहां मां बेहोश हो जा रही थी, वही पिता के पथराई आंखे से मानो ईश्वर को कोसते हुए सवाल कर रहे थे। रोती हुई माता को आस पास की महिलाए ढांढस बंधा रही थी। रोते हुई माता से एक ही शब्द बार बार रहा था की मेरे ही बेटी को आफत सर्प ने क्यों डस लिया।