आम तोड़ने के विवाद में बागीचे की रखवाली करने गए अधेड़ की गोली मार हत्या
परिजनों की ओर से गांव के ही चार लोगों पर हत्या करने का लगाया जा रहा आरोप
रविवार को आम तोड़ने के विरोध पर अधेड़ का चारों से हुआ था विवाद, दी गयी थी धमकी
मामले की छानबीन और आरोपितों की धरपकड़ में जुटी पुलिस
केटी न्यूज/आरा
चौरी थाना क्षेत्र के डिलिया गांव में मंगलवार की रात आम तोड़ने के विवाद में बागीचे की रखवाली करने गये एक अधेड़ को गोली मार हत्या कर दी गई। गोली उनके दायें कंधे के पास मारी गयी थी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। मृतक डिलिया गांव निवासी स्व. बहादुर राम के 55 वर्षीय पुत्र अगहनू राम थे। हत्या का आरोप गांव के ही चार लोगों पर लगाया जा रहा है।
इधर, देर रात हत्या की खबर से गांव में सनसनी मच गयी। सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष विवेक कुमार पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और शव पोस्टमार्टम करवाया गया। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। भतीजा नंद कुमार ने बताया कि उसके चाचा गांव के ही एक व्यक्ति के आम के बागीचे की रखवाली करते थे। उसे लेकर पिछले करीब दो माह से वह रोज शाम को बागीचे में जाते और सुबह लौटते थे।
रविवार की दोपहर गांव के ही चार व्यक्ति बागीचे में लगे पेड़ से आम तोड़ रहे थे। उन्होंने विरोध किया, तो चारों उनसे झगड़ा करने लगे थे। तब उन लोगों द्वारा उसके चाचा को देख लेने की धमकी भी दी गई थी। मंगलवार की शाम करीब सात बजे उसके चाचा बागीचे की रखवाली करने के लिए घर से निकले थे। उसी बीच उनकी गोली मार कर हत्या कर दी गई। रात करीब नौ बजे उन लोगों को फोन के जरिए घटना की सूचना मिली।
तब वे लोग भागे-भागे बागीचे में पहुंचे, तो देखा कि उसके चाचा का शव पड़ा है। उनकी गोली मारकर हत्या कर दी गई है। उसके बाद पुलिस को सूचना दी गयी। नंद कुमार की ओर से दो दिन पूर्व आम तोड़ने के विवाद में गांव के चारों लोगों पर अपने चाचा की गोली मारकर हत्या करने का आरोप लगाया जा रहा है। हालांकि पुलिस अपने स्तर से पूरे मामले की छानबीन कर रही है।
एसडीपीओ राहुल सिंह ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। अब तक की जांच में आम तोड़ने के विवाद में हत्या करने की बात सामने आ रही है। गांव के ही कुछ लोगों पर हत्या का आरोप लगाया जा रहा है। प्राथमिकी भी दर्ज कर ली गयी है। आरोपितों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी की जा रही है।
वफादारी निभाने में गयी जान, पिता के निधन के बाद कर रहे थे रखवाली
बताया जा रहा है कि अगहनू राम का परिवार काफी दिनों से गांव के ही मो.
सलाउद्दीन के खेत और बागीचे की रखवाली करते आ रहा है। भतीजे नंद कुमार का कहना है कि पहले चाचा के पिता बहादुर राम बागीचे की रखवाली करते थे। उनके निधन के बाद चाचा अगहनू राम रखवाली करने लगे। उसी क्रम में मंगलवार को आम तोड़ने का विरोध करने गांव के चार लोगों से झगड़ा हुआ और उनकी हत्या कर दी गई।
इधर, हत्या के बाद अगहनू राम के घर में कोहराम मचा है। बताया जा रहा है कि अगहनू राम चार भाई और चार बहनों में बड़े थे। उनके परिवार में पत्नी मीना देवी, पुत्री नेहा, उर्मिला मनीषा, पुत्र किशन और हरेंद्र है। पत्नी और बच्चों सहित परिवार के सभी सदस्यों का रो-रोकर बुरा हाल है।