सांसद अश्विनी चौबे के खिलाफ भाजपा के चार पूर्व जिलाध्यक्षों समेंत कार्यकर्ताओं ने खोला मोर्चा
- प्रदेश व राष्ट्रीय नेतृत्व को पत्र भेज 2024 में टिकट नहीं देने की करेंगे मांग
- निष्ठावान कार्यकर्ताओं व आम जनता के उपेक्षा का लगाया आरोप
- कोरानसराय में बैठक करते भाजपा के वरिष्ठ कार्यकर्ता
केटी न्यूज/डुमरांव
केन्द्रीय मंत्री सह बक्सर सांसद अश्विनी कुमार चौबे के खिलाफ पार्टी में बगावत के स्वर मुखर हो गए है। बुधवार को कोरानसराय मंे जिले के वरिष्ठ भाजपा कार्यकर्ताओं ने एक बैठक कर उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। मोर्चा खोलने वाले नेताओं में चार पूर्व जिलाध्यक्ष भी शामिल है। वही दर्जनों वरिष्ठ कार्यकर्ता बैठक में उपस्थित थे। बैठक के दौरान स्थानीय सांसद पर कार्यकर्ताओं व आम जनता के उपेक्षा का आरोप लगाए गए। इतना ही नहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिला की नई कमेटि में राजद मानसिकता वाले लोगों को पदाधिकारी बनाए जाने का आरोप भी लगाया है। बैठक में प्रस्ताव पास किया गया कि 2024 के लोकसभा चुनाव में अश्विनी चौबे को छोड़ किसी स्थानीय कार्यकर्ता को पार्टी का उम्मीद्वार बनाया जाए।
वही जिला कमेटि में राजद मानसिकता वाले जिन लोगों को पदाधिकारी बनाया गया है उन्हें अविलंब हटाया जाए। कार्यकर्ताओं ने तय किया कि जिले में भाजपा को चौपट करने वाले सांसद अश्विनी कुमार चौबे के सभी कार्यक्रम को कार्यकर्ता बहिष्कार करेंगे। वक्ताओं ने कहा कि कार्यकर्ताओं व आम जनता के साथ सांसद का सौतेला व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उनके इस व्यवहार से जी जान लगाने वाले निष्ठावान कार्यकर्ता अपमानित महसूस कर रहे है। अंत में यह तय किया गया कि प्रदेश नेतृत्व व राष्ट्रीय नेतृत्व को पत्र लिख 2024 में अश्विनी चौबे को टिकट नहीं देने की मांग की जाएगी और पार्टी द्वारा उन्हें उम्मीद्वार बनाए जाने पर खुलकर विरोध किया जाएगा। बैठकी अध्यक्षता वरिष्ठ भाजपा नेता चौधरी राम विनोद राय ने व संचालन नावानगर मंडल अध्यक्ष मनोज सिंह ने किया वही धन्यवाद ज्ञापन संतोष दूबे ने किया। संतोष दूबे ने कहा कि बहुत जल्द सांसद का चिट्ठा खोला जाएगा। कार्यकर्ताओं के इस तेवर तथा पार्टी के अंदर बगावत से बक्सर सांसद की मुश्किलें बढ़ती तय है। इस बैठक में पूर्व जिलाध्यक्ष सच्चिदानंद भगत, माधुरी कुंवर, राणा प्रताप सिंह, प्रियव्रत सिंह के साथ ही वरिष्ठ नेता बलराम पांडेय, अशोक तिवारी, लक्ष्मण दूबे, दयाशंकर तिवारी, राजाराम पांडेय, विनोद राय, जितेन्द्र दूबे, अशोक लाल, हरेन्द्र ठाकुर, रामनारायण शर्मा, सुमित शर्मा, धनंजय राय, नंदलाल पंडित, अजय राय, संजय पांडेय, अशोक प्रधान, अगस्त उपाध्याय, चमचम पांडेय, सुरेश गुप्ता, सुमित गुप्ता, विनोद प्रसाद समेत कई अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।