आखिर गणेश उत्सव का पर्व 10 दिनों तक क्यों मनाया जाता है
हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी का पर्व बहुत महत्व है।इस विशेष पर्व को भगवान गणेश के जन्म उत्सव के रुप में मनाया जाता है।
केटी न्यूज़/दिल्ली
हिंदू धर्म में गणेश चतुर्थी का पर्व बहुत महत्व है।इस विशेष पर्व को भगवान गणेश के जन्म उत्सव के रुप में मनाया जाता है।ज्ञान और बुद्धि के देवता श्री गणेश के लिए भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को हुआ था,लेकिन इस पर्व को अगले 10 दिनों तक मनाया जाता है। जानते हैं आखिर गणेश उत्सव का पर्व 10 दिनों तक क्यों मनाया जाता है और क्या है इसकी वजह।
एक मान्यता के मुताबिक इन 10 दिनों में भगवान गणेश पृथ्वी पर यात्रा करते हैं।जहां उनके भक्त उनका स्वागत करते हैं और उन्हें अपने घर में आमंत्रित करते हैं। इस दौरान घरों में और सावर्जनिक स्थानों पर उनकी प्रतिमा की स्थापना की जाती है।दसवें दिन यानि अंनत चतुर्दशी के दिन इस पर्व का समापन होता है।गणेश जी की प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है और उन्हें भक्त विदाई देते हैं और अगले साल आने के लिए आशीर्वाद मांगते हैं।
ऐसी मान्यता है कि वेदव्यास जी ने भगवान गणेश से महाभारत ग्रंथ लिखने की प्रार्थना की।भगवान गणेश ने बिना रुके 10 दिनों तक महाभारत लिखी।इस दौरान एक ही स्थान पर लगातार लेखन करने के कारण गणेश जी के शरीर पर धूल और मिट्टी जम गई और 10वें दिन गणेश जी ने सरस्वती नदी में स्नान करके शरीर पर जमी धूल और मिट्टी को साफ किया, तभी से गणेश उत्सव के 10 वें दिन गणेश जी की मूर्ति का विसर्जन किया जाता है।