मोहब्बत में आशा से आयशा बनी, अब खा रही दर-दर की ठोकर

मोहब्बत में आशा से आयशा बनी, अब खा रही दर-दर की ठोकर

हिंदू युवती ने किया था मुस्लिम युवक से प्यार, ससुर समेत नौ के खिलाफ केस दर्ज 

दो बच्चों को अपने पास रख ससुराल वालों ने महिला को घर से निकाला

केटी न्यूज/बिल्थरारोड 

प्रेमी के प्यार में पागल आशा से आयशा बनी युवती  हर सितम सहते हुए तीन बच्चों की मां बन गयी। अब ससुराल वालों ने उसे सड़क पर छोड़ दिया है। पत्नी का दर्जा पाने, संपत्ति में अधिकार और ससुराल में सम्मान के साथ प्रवेश के लिए वह दर-दर भटक रही है। पीड़िता की लिखित तहरीर पर भीमपुरा थाना पुलिस ने ससुर समेत नौ लोगों पर नामजद मुकदमा दर्ज किया है। मामला भीमपुरा थाना के बाराडीह लवाईपट्टी का है। पीड़िता ने आरोप लगाया कि वह अपने पिता के साथ मुंबई में रहती थी। सन 2009 में बब्लू नाम के पड़ोसी के साथ उसे प्यार हो गया। मां-बाप के विरोध के बावजूद उसने लव मैरेज किया। 2010 में मुंबई से बाराडीह गांव आते ही उसके पति बब्लू की असली पहचान परवेज खान के रुप में हुई तो उसके होश उड़ गए। लेकिन तब तक काफी विलंब हो चुका था। उसने आरोप लगाया कि उसका जबरन धर्म परिवर्तन किया गया और आशा वर्मा से उसे आयशा परवेज खान बना दिया गया। दर्जनों बार उसके साथ मारपीट और जान से मारने की कोशिश भी हो चुकी है। अब उसके दो पुत्र अली हसन, अली बत और एक पुत्री अनम 14 है। लेकिन ससुराल वालों ने पति और दो पुत्रों को अपने पास रखकर उसे उसकी पुत्री के साथ घर से बाहर कर दिया। पिछले एक सप्ताह से गांव के एक खेत में जीने को मजबूर है। पीड़िता ने अपने पति और बच्चों के साथ जीने का अधिकार, पत्नी के अधिकार के साथ संपत्ति में हिस्सेदारी और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर ससुर नेहाल अहमद, सास रोशन तारा, अफरोज, जावेद दर्फ टीपू, फिरोज, नाजो, साबिवा, नाजिनी, अफसाना खातून के खिलाफ नामजद मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है।