रंगमंच, सिनेमा और पत्रकारिता की त्रिवेणी थे डुमरांव के लाल अजीत राय : डा. शशांक , लंदन में हुआ निधन

रंगमंच, सिनेमा और पत्रकारिता के संगम कहे जाने वाले चर्चित लेखक और समीक्षक अजीत राय का लंदन में हृदयगति रुकने से निधन हो गया। वे 58 वर्ष के थे। मूल रूप से बक्सर जिले के डुमरांव प्रखंड अंतर्गत कसियां गांव निवासी रहे स्व. अजीत राय का जाना न केवल उनके गांव और जिले बल्कि पूरे देश की सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत के लिए अपूरणीय क्षति मानी जा रही है।

रंगमंच, सिनेमा और पत्रकारिता की त्रिवेणी थे डुमरांव के लाल अजीत राय : डा. शशांक , लंदन में हुआ निधन

-- अनुमंडल के कसिया गांव के रहने वाले थे स्व. राय, डुमरांव में शोक की लहर

केटी न्यूज/बक्सर 

रंगमंच, सिनेमा और पत्रकारिता के संगम कहे जाने वाले चर्चित लेखक और समीक्षक अजीत राय का लंदन में हृदयगति रुकने से निधन हो गया। वे 58 वर्ष के थे। मूल रूप से बक्सर जिले के डुमरांव प्रखंड अंतर्गत कसियां गांव निवासी रहे स्व. अजीत राय का जाना न केवल उनके गांव और जिले बल्कि पूरे देश की सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत के लिए अपूरणीय क्षति मानी जा रही है।

स्व. राय का आरंभिक जीवन गांव में ही बीता था तथा उन्होंने डुमरांव के डीके कॉलेज से स्नातक तक की शिक्षा ग्रहण की। इसके बाद ही उन्होंने पत्रकारिता और रंगमंच के क्षेत्र में कदम रखा। अपनी प्रतिभा और निरंतर साधना के बल पर वे राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में सफल रहे। उन्होंने नई दिल्ली स्थित राष्ट्रीय नाट्î विद्यालय की प्रतिष्ठित पत्रिका रंग प्रसंग का संपादन किया। इसके साथ ही देश के कई प्रमुख अखबारों में कला, सिनेमा और रंगकर्म पर उनके लेख नियमित प्रकाशित होते रहे।

अजीत राय न केवल देश बल्कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भी एक सशक्त सांस्कृतिक हस्ताक्षर थे। वे कान फिल्म फेस्टिवल सहित कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सवों के प्रतिनिधि के रूप में भारत की ओर से शिरकत कर चुके थे। उन्होंने भारतीय फिल्म जगत के वैश्विक मंच पर प्रस्तुतिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह कई प्रतिष्ठित फिल्म समारोहों के सूत्रधार भी रहे।

लेखन के क्षेत्र में भी उन्होंने उल्लेखनीय योगदान दिया। उन्होंने रंगमंच, सिनेमा और संस्कृति से संबंधित लगभग आधा दर्जन पुस्तकों की रचना की। उनकी दृष्टि गंभीर और भाषा सहज होने के कारण वे पाठकों के बीच अत्यंत लोकप्रिय थे।

उनके निधन की सूचना मिलते ही डुमरांव, बक्सर तथा कला और साहित्य जगत में शोक की लहर दौड़ गई। वरिष्ठ पत्रकार और श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के जिलाध्यक्ष डॉ. शशांक शेखर ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि अजीत राय बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे। उनका जाना डुमरांव के लिए एक रत्न को खोने जैसा है। देश के रंगमंच और साहित्य में उनकी कमी लंबे समय तक खलेगी।

बताया जा रहा है कि उनका निधन बीती रात लंदन में हार्ट अटैक के कारण हुआ। स्व. राय कसियां पंचायत के पूर्व मुखिया भोला नाथ राय के ज्येष्ठ पुत्र थे। वे अपने पीछे पिता के अलावे पत्नी शैलजा, इकलौते पुत्र भार्गव तथा तीन भाईयों बब्लू सिंह, रिंकू सिंह व दिनेश सिंह समेत भरा पूरा परिवार छोड़ गए है। उनके पुत्र भार्गव भी फिल्म इंडस्ट्रीज से ही जुड़े है। उनके निधन की खबर से डुमरांव के रंगकर्मियों में भी शोक की लहर दौड़ गई है।