मुंडन समारोह के दौरान नरसंहार की थी तैयारी सूचना मिलते ही एक्शन मोड में आए आरा एसपी,दो राइफल और 68 गोलियाें के साथ एक गिरफ्तार
केटी न्यूज/आरा
जिले के करनामेपुर ओपी के सोनवर्षा गांव में रविवार की रात पुलिस ने एक बड़ी वारदात की साजिश को नाकाम किया। जिसमें पुराने विवाद में दो पक्षों में गोलियां चलने से पहले ही पुलिस मौके पर पहुंची और छानबीन शुरू की। जहां से पुलिस ने दो घरों से दो राइफल और 68 गोलियां जब्त कर ली। वहीं, मौके से सोनवर्षा गांव निवासी धनजी यादव को गिरफ्तार भी किया गया। उसके घर से एक देसी राइफल और 42 गोली बरामद की गयी है। हालांकि दूसरे पक्ष का कोई आरोपित पकड़ में नहीं आया। लेकिन दूसरे पक्ष के एक आरोपित सुनील मिश्रा के घर से एक रेगुलर राइफल और 26 गोलियां जब्त की गई।
एसपी प्रमोद कुमार ने बताया कि रविवार की रात सूचना मिली कि सोनवर्षा गांव दो पक्षों की ओर से किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की तैयारी है। उसके लिए दोनों पक्षों की ओर से हथियार और गोलियों के साथ अपराधी तत्व जमा हुए हैं। उस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए अपराधियों की धरपकड़ को एसडीपीओ राजीव चंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गयी। टीम द्वारा घेराबंदी कर छापेमारी शुरू की गयी। उस दौरान एक पक्ष के आसनंंद यादव के घर से एक देसी राइफल और 42 गोली बरामद की गयी। मौके से उसके पुत्र धनजी यादव को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं दूसरे पक्ष के समर्थक सुनील मिश्रा के घर से एक रेगुलर राइफल और 26 गोलियां बरामद की गयी। हालांकि सुनील मिश्रा पकड़ में नहीं आ सका। इधर पुलिस की आने की भनक लगते ही अन्य लोग भी अंधेरे का लाभ उठाकर भाग चुके थे। एसपी ने बताया कि दोनों हथियार की जांच की जा रही है। एक राइफल देखने में मुंगेर निर्मित लग रहा है। हालांकि जांच के बाद ही क्लीयर होगा। टीम में करनामेपुर ओपी इंचार्ज सहित आसपास के थानों की पुलिस शामिल थी।
मुंडन कार्यक्रम के दौरान हमले की थी तैयारी
सोनवर्षा गांव में दो पक्षों के बीच काफी पहले से पुरानी अदावत चल रही है। रविवार की रात एक बार फिर मुंडन कार्यक्रम के दौरान दोनों पक्ष के बीच वर्चस्व की जंग होने वाली थी। उसे लेकर पूरी तैयारी कर ली गयी थी। हथियार के साथ भारी मात्रा में गोलियां भी जुगाड़ कर ली गयी थी। अब बस मौके की तलाश थी। तभी पुलिस पहुंच गयी और सारा खेल बिगड़ गया।
एसपी के अनुसार दोनों पक्षों के समर्थकों के घर में रविवार को कोई कार्यक्रम था। उसी के बहाने दोनों पक्षों की ओर वर्चस्व को लेकर एक दूसरे पर हमले की तैयारी की जा रही थी। लेकिन समय रहते ही पुलिस को भनक मिल गयी और टीम ने छापेमारी कर हथियार जब्त कर लिया। एसपी ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच काफी पूर्व से विवाद चल रहा है। जिसमें पहले भाजपा नेता विशेश्वर ओझा और बाद में उनके गवाह कमल किशोर मिश्रा की हत्या की जा चुकी है। उसी क्रम में रविवार की रात भी दोनों पक्षों के बीच हिंसक वारदात होनी की सूचना थी। एसपी ने बताया कि घटना को लेकर गांव और पूरे इलाके में पुलिस की चौकसी सख्त कर दी गयी है। दोनों पक्षों की हर गतिविधिओं पर नजर रखी जा रही है। वहीं फरार अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर भी छापेमारी की जा रही है।