बेलगाम बालू लदे ट्रक ने मासूम बच्चे की जान ली, क्षेत्र में मचा हाहाकार

सकड्डी-नासरीगंज मार्ग पर बुधवार सुबह एक भयावह घटना ने चांदी थाना क्षेत्र में मातम छा दिया। चांदी चौक के पास बेलगाम बालू लदे ट्रक ने 3 वर्षीय सत्यम कुमार को रौंद दिया

बेलगाम बालू लदे ट्रक ने मासूम बच्चे की जान ली, क्षेत्र में मचा हाहाकार

केटी न्यूज़/सकड्डी

सकड्डी-नासरीगंज मार्ग पर बुधवार सुबह एक भयानक घटना ने चांदी थाना क्षेत्र में मातम छा दिया। चांदी चौक के पास बेलगाम बालू लदे ट्रक ने 3 वर्षीय सत्यम कुमार को रौंद दिया, जिससे उसकी घटनास्थल पर ही मौत हो गई। यह बच्चा अपनी बड़ी बहन के साथ सामान खरीदने गया था, जब यह हादसा हुआ।

मृतक बालक, जो नरवीरपुर गांव का निवासी था, रणजीत पंडित का बेटा था। उसकी मौत की खबर फैलते ही गांव में हाहाकार मच गया। घटनास्थल पर स्थानीय लोग इकट्ठा हो गए और चालक को पकड़ लिया। उनके आक्रोश के चलते, ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग को लेकर बच्चे के शव को चांदी चौक पर सड़क के बीच रखकर जाम लगा दिया। इस दौरान उन्होंने टायर जलाकर आगजनी भी की।

जाम के कारण सड़क के दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं, जिससे आवागमन पूरी तरह ठप हो गया। स्थानीय प्रशासन को इस स्थिति से निपटने में काफी कठिनाई हुई। चांदी थाना के प्रभारी थानाध्यक्ष पंकज कुमार ने पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर चालक को गिरफ्तार किया और ट्रक को जब्त किया। इसके बाद, पुलिस ने ग्रामीणों को समझाने-बुझाने की कोशिश की।

पुलिस के काफी प्रयासों के बाद, अंततः ग्रामीणों ने जाम को हटा दिया। इसके बाद, बच्चे का शव अपने कब्जे में लेकर उसका पोस्टमार्टम सदर अस्पताल में करवाया गया। सत्यम के परिवार में मातम का माहौल है। उसकी मां, रिंकू देवी, और बहनें, शिबू कुमारी और आनंदी कुमारी, का रो-रोकर बुरा हाल है। मृत बच्चे का परिवार बहुत ही गरीब है, और इस घटना ने उनके जीवन में एक बड़ी कमी पैदा कर दी है।

सत्यम अपने माता-पिता का इकलौता चिराग था, और उसके पिता पेशे से ट्रैक्टर चालक हैं। गांव के लोगों का कहना है कि इस हादसे ने सबको झकझोर कर रख दिया है, और स्थानीय प्रशासन से मांग की गई है कि ऐसे हादसों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं। यह घटना एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों के पालन की आवश्यकता को उजागर करती है। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से अनुरोध किया है कि जल्द से जल्द इस तरह की घटनाओं की रोकथाम के लिए ठोस उपाय किए जाएं।