प्राइवेट अस्पताल में ऑपरेशन से प्रसव के बाद बिगड़ी महिला तबीयत और चली गई जान

प्राइवेट अस्पताल में ऑपरेशन से प्रसव के बाद बिगड़ी महिला तबीयत और चली गई जान

- परिजनों का डाॅक्टर पर लगाया लापरवाही का आरोप, करेंगे केस

- आरा सदर अस्पताल लाने के दौरान उसने रास्ते में तोड़ा दम

केटी न्यूज/आरा

जिले के नारायणपुर थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव स्थित एक निजी अस्पताल में सोमवार की देर शाम प्रसव के बाद महिला की मौत हो गई। महिला को इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाया जा रहा था, लेकिन उसने रास्ते में दम तोड़ दिया। मृतका चांदी थाना क्षेत्र के रूप चकिया गांव निवासी मुकेश यादव की पत्नी उमरावती देवी थी। परिजनों ने प्राइवेट अस्पताल के डॉक्टर पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। 

महिला के मामा पंकज कुमार ने बताया कि गर्भवती होने के कारण वह कुछ महीनों से मायके नारायणपुर थाना क्षेत्र के धोबड़ी गांव में थी। रविवार की शाम वह अपने ननिहाल नारायणपुर गांव गई थी। देर शाम उसे अचानक तेज दर्द होने लगी। उसके बाद उसे नारायणपुर गांव स्थित एक अस्पताल ले जाया गया। जहां डाॅक्टर ने उसका छोटा ऑपरेशन किया। जिसमें उसे बेटा पैदा हुआ। लेकिन पैदा होते ही बच्चे की हालत काफी गंभीर हो गई। उसके बाद उसे आरा सदर अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कर इलाज किया जा रहा है। वहीं, ऑपरेशन कुछ देर बाद महिला की भी हालत काफी बिगड़ गई। उस पर उक्त डाक्टर की ओर से दोबारा उसकी जांच करायी गयी। रिपॉर्ट में खून की कमी पाई गई। उसके बावजूद डाक्टर ने उसे रेफर नहीं किया। 

बिना पोस्टमार्टम के ही ले गए शव :

दूसरे दिन सोमवार की शाम जब वह गैस्पिन स्थिति में चली गई। तब डाक्टर ने आनन-फानन में आरा सदर अस्पताल रेफर कर दिया गया। आरा सदर अस्पताल लाये जाने पर डाॅक्टरों उसे मृत घोषित कर दिया गया।  महिला के मामा पंकज कुमार ने नारायणपुर गांव स्थित निजी क्लीनिक डॉक्टर पर इलाज में लापरवाही बरतने और समय से रेफर न करने के कारण उसकी मौत होने का आरोप लगाया है। परिजनों ने डाॅक्टर के खिलाफ केस दर्ज कराने की बात कही। हालांकि मौत के बाद परिजन बिना पोस्टमार्टम कराए ही शव लेकर चले गए। बताया जाता है कि महिला की शादी पिछले वर्ष मई माह में हुई थी। वह अपने तीन बहन और एक भाई में दूसरे स्थान पर थी। उसके परिवार मां व दो बहन पूनम, कविता एवं एक भाई पवन है। घटना के बाद मृतका के घर में कोहराम मच गया है।