हसन बाजार के नोनार गांव में रिटायर्ड सरकारी अमीन की पोखरा में डूबने से मौत, परिजनों ने हत्या का आरोप लगाया
भोजपुर जिले के हसन बाजार थाना क्षेत्र के नोनार गांव स्थित सूर्य मंदिर के पास पोखरे में डूबने से एक रिटायर्ड सरकारी अमीन की मौत हो गई। इस घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई, और मृतक के परिजनों ने इसके पीछे हत्या का आरोप लगाया है।
केटी न्यूज/भोजपुर
भोजपुर जिले के हसन बाजार थाना क्षेत्र के नोनार गांव स्थित सूर्य मंदिर के पास पोखरे में डूबने से एक रिटायर्ड सरकारी अमीन की मौत हो गई। इस घटना के बाद इलाके में अफरा-तफरी मच गई, और मृतक के परिजनों ने इसके पीछे हत्या का आरोप लगाया है।
मृतक की पहचान 72 वर्षीय अच्छे लाल शर्मा के रूप में हुई है, जो स्व. नथुनी शर्मा के पुत्र थे। वह पेशे से सरकारी अमीन थे और पीरो व तरारी में कार्यरत रहे थे। 2012 में अमीन के पद से रिटायर्ड होने के बाद वह नोनार गांव में रहते थे।
मृतक के छोटे बेटे शशि भूषण शर्मा ने बताया कि उनके परिवार में घर के बंटवारे को लेकर लंबे समय से विवाद चल रहा था, जो पिछले दो महीनों से काफी बढ़ गया था। शशि भूषण ने बताया कि मंगलवार की सुबह उनके भाई और तीन भतीजे उन्हें बहला-फुसलाकर पोखरे की तरफ ले गए। वहां उन्हें यह कहकर लेकर गए कि बंटवारे के बारे में चिंता न करें, वे लोग उन्हें अयोध्या लेकर जाएंगे, जहां उनका पेंशन मिलेगा और वे वहां आराम से रहेंगे।
इसके बाद, शशि भूषण को सूचना मिली कि उनके पिता पोखरे में गिर गए और डूबने से उनकी मौत हो गई। परिजनों ने स्थानीय लोगों के सहयोग से शव को पोखरे से बाहर निकाला और पुलिस को सूचित किया। पुलिस मौके पर पहुंची और शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
शशि भूषण शर्मा ने आरोप लगाया कि उनके भाई संतोष कुमार शर्मा और उनके तीनों बेटे घर के बंटवारे को लेकर उनके पिता को पोखरे की ओर ले गए और वहां उन्हें धक्का देकर डुबो दिया, जिससे उनकी मौत हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मृतक के परिवार में पत्नी रामकली देवी और तीन बेटे – शशि शर्मा, शशि भूषण शर्मा और राजेंद्र शर्मा हैं। इस घटना के बाद मृतक के घर में शोक की लहर है, और रामकली देवी का रो-रोकर बुरा हाल है।